
मुज़फ्फरनगर. भाजपा संगठन में अंदर खाने उठा पटक शुरू हो गई है। सूत्रों की माने तो विधायक, सांसद और मंत्रियों के समर्थक भी शायद अपने नेता के अलावा पार्टी के किसी दूसरे पदाधिकारी को तबज्जो देने को तैयार नही है, बल्कि एक दूसरे के प्रति सम्मान तक भी नहीं है। इसका ताजा उदाहरण हाल ही में दो दिन पहले उस समय देखने को मिला, जब भाजपा संगठन द्वारा जनपद में मंडल अध्यक्ष और मंडल प्रभारियों की सूची जारी की गई। इस सूची को लेकर बुढ़ाना विधानसभा क्षेत्र में भाजपा विधायक उमेश मलिक के ड्राइवर रूपेश पवार के करीबी को सूची में स्थान नहीं मिला तो रूपेश पवार ने भाजपा कार्यकर्ता राहुल दीप त्यागी को फोन पर जमकर खरी-खोटी सुनाई और इसके साथ ही केंद्रीय पशुपालन डेयरी एवं मत्स्य राज्यमंत्री डॉक्टर संजीव बालियान उनके भाई विवेक बालियान के लिए भी अभद्र भाषा का प्रयोग किया।
इसके अलावा रूपेश पवार ने पनी फेसबुक आईडी पर एक और कमेंट वायरल किया। इस फेसबुक पोस्ट में मोबाइल ऑडियो को लेकर भाजपा के ही कई कार्यकर्ताओं ने विरोध स्वरूप विधायक को घेरने का प्रयास किया, बल्कि दूसरी पार्टियों से भाजपा में आकर अपने आप को भाजपा का समर्पित कार्यकर्ता बताने वालों को भी भाजपा विधायक उमेश मलिक के खिलाफ बोलने का मौका मिल गया। विधायक उमेश मलिक के ड्राइवर ने भाजपा कार्यकर्ता राहुल देव त्यागी से फोन पर की गई। इस अभद्रता के ऑडियो को लेकर जहां पार्टी में तरह-तरह की चर्चाएं चल रही है।
वहीं, भाजपा के एक पदाधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि रूपेश पवार भाजपा विधायक कार ड्राइवर मात्र है। वह पार्टी का कार्यकर्ता नहीं है, जिसके खिलाफ पार्टी स्तर पर कोई कार्रवाई की जा सकती हो, मगर केंद्रीय मंत्री के खिलाफ अशोभनीय टिप्पणी करना एक शर्मनाक बात है। मगर यह बात जरूर है कि भाजपा विधायक उमेश मलिक के कुछ विरोधी इस पोस्ट और ऑडियो को लेकर भाजपा विधायक को घेरने का प्रयास तो कर ही रहे हैं, बल्कि इस मामले में कोई भी कूटनीतिक चाल चलने से पीछे नहीं हट रहे हैं। हालांकि, इस ऑडियो के वायरल होने के बाद से आरोपी रूपेश पवार भूमिगत हो गए हैं।
Published on:
17 Nov 2019 07:24 pm
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