
मुजफ्फरनगर के खरड़ गांव निवासी शहीद बीएसएफ जवान अमित कुमार। -फाइल फोटो
मुजफ्फरनगर के गांव खरड़ के रहने वाले बीएसएफ की115वीं बटालियन के जवान अमित कुमार (Martyred Amit Kumar) पुत्र चंद्रपाल सिंह शहीद हो गए हैं। जवान अमित कुमार पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के फरक्का इलाके में अंतरराष्ट्रीय सीमा क्षेत्र में बॉर्डर पार से हो रही गतिविधियों को रोकने के लिए ड्यूटी पर तैनात थे।ड्यूटी के दौरान बीएसएफ जवान अमित कुमार की नौका का भागीरथी नदी के तेज बहाव में संतुलन बिगड़ गया और वह पलट गई। इस हादसे में अमित कुमार नदी के तेज बहाव में बह गए थे। बताया जा रहा है कि काफी तलाशने के बाद अमित कुमार का पार्थिव शरीर 36 घंटे बाद बांग्लादेश से बरामद हुआ है।
परिजनों ने बताया कि 14 अक्टूबर की देर रात करीब 11 बजे अमित के शहीद होने की सूचना मिली थी। तभी से परिवार समेत पूरे गांव में शोक का माहौल है। जवान अमित कुमार के पिता चंद्रपाल सिंह किसान हैं। जबकि उनका भाई भीम सिंह भी देश की सेवा में सेना में तैनात है। आज शहीद अमित कुमार का पार्थिव शरीर इंदिरा गांधी हवाई अड्डे के टर्मिनल-3 पर पहुंचेगा। भाई भीम सिंह भी शहीद अमित कुमार के पार्थिव शरीर के साथ आ रहे हैं। इसके साथ ही गांव खरड़ से कृष्ण कुमार, करण पाल, प्रधान विकास कुमार और मांगा सहित कई लोग पार्थिव शरीर लेने दिल्ली रवाना हो चुुके हैं।
पार्थिव शरीर लाने में संजीव बालियान ने निभाई महत्वपूर्ण भूमिका
बता दें कि जैसे ही अमित कुमार के शहीद होने की सूचना मिली थी तो क्षेत्रीय सांसद और केंद्र सरकार में मंत्री संजीव बालियान ने शहीद का पार्थिव शरीर तलाशने और खरड़ तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान फिलहाल गुजरात दौरे पर हैं।
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शोक में डूबा परिवार
शहीद अमित कुमार अपने पीछे पत्नी बबीता, दो बेटी और एक छोटे बेटे को छोड़ गए हैं। अमित कुमार के शहीद होने की सूचना मिलने के बाद से परिवार के साथ पूरा गांव शोक में डूबा है।
Published on:
16 Oct 2022 09:57 am
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