10 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

मुजफ्फरनगर: दहेज पीड़िता बेटी को नहीं मिला इंसाफ तो पिता ने की आत्महत्या

यूपी डायल 100 और मुजफ्फरनगर महिला थाने में नहीं हुई सुनवाई तो दहेज पीड़िता के पिता ने की आत्महत्या

2 min read
Google source verification
muzaffarnagar

मुजफ्फरनगर. योगीराज में पुलिस की एक और बड़ी लापरवाही सामने आई है, जिसके चलते एक व्यक्ति ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली है। दरअसल, ससुरालियों द्वारा बेटी को प्रताड़ित करने के मामले में पीड़ित ने पहले गाजियाबाद डायल 100 और फिर मुजफ्फरनगर के महिला थाने में शिकायत की। लेकिन, इसके बावजूद पीड़ित परिवार की पुलिस ने एक न सुनी। बेटी को इंसाफ नहीं मिलता देख पिता ने सल्फास की गोली खाकर अपनी जान दे दी। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया, जिसके बाद अब पीड़ित परिवार तहरीर पर थाना मंसूरपुर में आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।

यह भी पढ़ें- 13 साल तक बिना प्रजनन के दूध दे रही गाय की मौत के बाद धूमधाम से मनी तेरहवीं

मामला थाना मंसूरपुर क्षेत्र के गांव पुरबालियान का है। यहां के रहने वाले अख्तर बेटी शाइस्ता की शादी लगभग 6 साल पहले गाजियाबाद के पसोंडा गांव निवासी अमीर हसन के साथ हुई थी। पीड़ित परिवार के अनुसार शादी के बाद से ही ससुराल वाले उनसे अतिरिक्त दहेज की मांग करते आ रहे थे और मांग पूरी नहीं करने पर शाइस्ता पर जुल्म करते थे। हाल ही में कुछ दिन पहले ससुरालियों ने शाइस्ता को इतना पीटा कि उसकी हालत खराब हो गई, जिसकी शिकायत पीड़ित परिवार द्वारा गाजियाबाद के यूपी डायल हंड्रेड में की गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। उसके बाद थक हारकर पीड़ित परिवार मुजफ्फरनगर के महिला थाने में शिकायत करने पहुंचा।

यह भी पढ़ें- बड़ी खबर: भाजपा की इस विधायक ने ही खोल दी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दावों की पोल

आरोप है कि महिला थाने में भी पीड़ित परिवार की नहीं सुनी उल्टा पीड़ित परिवार को ही महिला थाने से धक्के देकर बाहर निकाल दिया गया। इससे परेशान होकर शाइस्ता के पिता अख्तर ने बेटी को इंसाफ ना मिलते देख सल्फास की दो गोली खाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। सल्फास खाने के बाद गंभीर अवस्था में उसे मुजफ्फरनगर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। जहां उनकी सांसें कुछ देर तक तो चली, लेकिन उसके बाद उनकी मौत हो गई। वहीं मृतक अख्तर की बेटी शाइस्ता की भी हालत खराब है, जिसका इलाज मुजफ्फरनगर मेडिकल कॉलेज बेगराजपुर में चल रहा है। घटना के बाद मुजफ्फरनगर पुलिस में हड़कंप मच गया है। पीड़ित परिवार की तहरीर पर मंसूरपुर थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

यह भी पढ़ें- अवैध मोबाइल भ्रूण जांच केंद्र का भंडाफोड़, महिला सहित तीन गिरफ्तार

वहीं पुलिस अधिकारी राजीव कुमार का कहना है कि पिछले साल भी महिला थाने में इनका समझौता हुआ था, मगर अब फिर पीड़िता के साथ मारपीट की गई है। पीड़ित परिवार द्वारा पहले गाजियाबाद में शिकायत की गई थी, मगर वहां इंसाफ नहीं मिला। पीड़ित परिवार कल थाना मंसूरपुर आया था, लेकिन मामला दहेज का था। इसलिए इन्हें तहरीर लाने को कहा गया था। सुबह यह घटना हो गई अब मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जांच कर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

पश्चिमी उत्तर प्रदेश की अन्य बड़ी खबरें देखने के लिए यहां क्लिक करें-