
चौधरी अजीत सिंह को वोट देने वाले प्रधान पति पर रंगदारी का मुकदमा दर्ज
मुजफ्फरनगर. थाना मंसूरपुर क्षेत्र की ग्राम पंचायत खानुपुर की ग्राम प्रधान के पति और मंसूरपुर डिस्टलरी के एक ठेकेदार के परिजनों ने सत्ता के इशारे पर फर्जी मुकदमे दर्ज कराए जाने का आरोप लगाया है। आरोप है कि पिछले दिनों गन्ना समिति में बोर्ड की बैठक के बाद प्रधान पति और गन्ना समिति के डायरेक्टर के खिलाफ दर्ज हुए मुकदमे में पैरवी किए जाने पर ठेकेदार की ओर से डिस्टलरी में किए गए कार्यों का भुगतान भी रोक दिया गया है।
दरअसल, सोमवार को मीडिया सेंटर में पत्रकारों से वार्ता करते हुए मंसूरपुर डिस्टलरी के ठेकेदार यशपाल निर्वाल की पत्नी रितु, खानुपुर ग्राम पंचायत की प्रधान गीता राठी के परिजन पुष्पेंद्र तथा किसान संगठन से जुड़े उधम सिंह मंत्री ने आरोप लगाया कि यशपाल निर्वाल द्वारा मंसूरपुर डिस्टलरी में कार्य किया गया था, जिसका करीब 40 लाख रुपये का भुगतान डिस्टलरी की तरफ शेष है। पिछले काफी समय से भुगतान लंबित है। वह लगातार भुगतान के लिए मिल अधिकारियों से संपर्क कर रहे हैं। आरोप है कि परसों ठेकेदार यशपाल निर्वाल खानूपुर के प्रधान पति भूपेंद्र राठी के साथ भुगतान के संबंध में डिस्टलरी के अधिकारियों से मिलने गए, जिसके बाद उनके खिलाफ झूठे आरोप लगाकर मुकदमा दर्ज करा दिया गया।
पीड़ितों ने आरोप लगाया कि लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय लोक दल अध्यक्ष चौधरी अजित सिंह को वोट देने के कारण सत्ता के इशारे पर उनका उत्पीड़न किया जा रहा है। पीड़ितों ने प्रशासन से न्याय की मांग की है।
Published on:
22 Jul 2019 07:08 pm
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