
मुजफ्फरनगर. दुनियाभर में जहां कोरोना वायरस के इलाज के लिए वैज्ञानिक एंटी डाॅट की खोज कर रहे हैं। वहीं, उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में कोरोना की निःशुल्क दवा पिलाने के पोस्टर लगाए गए हैं। निःशुल्क दवा पिलाने वाले डाॅक्टर का दावा है कि उनके पास आसैनिक एल्बम नामक दवा है, जिसके सेवन से कोरोना वायरस से बचा जा सकता है। इस तरह के पोस्टर पूरे शहर में लगाए गए हैं। इन पोस्टर को लेकर स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने मामले की जांच के बाद कार्रवाई की बात कही है।
दरअसल, चीन के बाद भारत में भी कोरोना वायरस पैर पसार रहा है। देशभर में दो दर्जन से ज्यादा कोरोना पीड़ित मिले हैं। यही वजह है कि देशभर में कोरोना वायरस को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है, क्योंकि अभी तक कोरोना वायरस की दवा नहीं बनी है। इसी कड़ी में मुजफ्फरनगर शहर में कोरोना की दवा के पोस्टर लगने से हड़कंप मच गया है। बता दें कि शहर में यह पोस्टर जिले के एक होम्योपैथिक डाॅ. राकेश कुमार शर्मा ने लगवाए हैं, जिनमें कोरोना की निशुल्क दवा पिलाने का दावा किया गया है।
सीएमओ बोले- जांच के बाद होगी कार्रवाई
उक्त पोस्टर को लेकर जिले के स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। इस संबंध में सीएमओ प्रवीण कुमार चोपड़ा का कहना है कि इस मामले की जांच के लिए जिला होम्योपैथिक अधिकारी को जांच के आदेश दिए गए हैं। जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी। सीएमओ का कहना है कह अभी तक कोरोना वायरस की किसी तरह की कोई दवा नहीं बनी है। उन्होंने कहा कि पोस्टर के जरिये लोगों में भ्रांतियां फैलाई जा रही हैं। जबकि अभी तक प्रदेश में भी अभी तक कोई कोरोना वायरस पॉजिटिव केस नहीं आया है।
होम्योपैथिक डाॅक्टर ने किया ये दावा
वहीं, कोरोना वायरस की निःशुल्क दवा पिलाने का दावा करने वाले होम्योपैथिक डाॅ. राकेश कुमार शर्मा का कहना है कि यह दवा एक प्रकार की प्रोफलाइटिक मेडिसन है, जो कोरोना से बचाव के लिए है। हम होम्योपैथी में सिमटम्स के आधार पर दवा का चयन करते हैं। अधिकतर सिमटम्स जिस दवा से मेल खाते हैं उसी दवा का इस्तेमाल किया जाता है। उनका दावा है कि आरसैनिक एल्बम नाम की दवा के सेवन से इस वायरस से बच सकते हैं।
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Published on:
04 Mar 2020 04:25 pm
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