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करोड़ों की पुश्तैनी प्रोपर्टी को लेकर चचेरे भाई ने करवा दी हत्या, पुलिस ने सुपारी किलर किये गिरफ्तार

Highlights: -दादालाई प्रोपर्टी को बेचना चाहता था चचेरा भाई -मृतक के रहते हुए योजना में नहीं हो पा रहा था सफल -पुलिस ने सभी आरोपियों को जेल भेजा

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पत्रिका न्यूज नेटवर्क

मुजफ्फरनगर। थाना नई मंडी कोतवाली क्षेत्र के भोपा रोड पर गत 26 नवंबर को दिन दहाड़े हुई व्यक्ति राधेश्याम मित्तल की गोली मारकर हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। जिसमे पुलिस ने 3 हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों के कब्जे से हत्या में इस्तेमाल तमंचा, कारतूस व एक मोटर साइकिल बरामद की है। पकड़े गए आरोपियों में मृतक का चचेरा भाई भी शामिल है। जिसने 3 अन्य लोगों को जमीन के लालच में अपने ही चचेरे भाई की बदमाशों को सुपारी देकर हत्या करवाना स्वीकर किया है।

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दरअसल, जनपद मुज़फ्फरनगर में थाना नई मंडी क्षेत्र के भोपा रोड पर एक चलती हुई प्राइवेट बस में कुछ अज्ञात बदमाशों ने मोरना निवासी व्यक्ति राधेश्याम मित्तल उर्फ भोलेनाथ की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। बदमाश हत्या की घटना को अंजाम देकर फरार हो गए थे। जिसमें एसएसपी द्वारा गठित टीम ने घटना का खुलासा कर दिया है। एसपी सिटी सतपाल अंतिल ने बताया कि थाना मंडी पुलिस व अन्य टीमों ने इस घटना में संलिप्त तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों से जब सख्ताई से पूछताछ की गई तो अभियुक्त राजीव मित्तल उर्फ राजू ने अपने जुर्म को कबूल करते हुए बताया कि मृतक राधेश्याम मित्तल उसके ताऊ का लड़का था। जिसकी मोरना में करोड़ों रुपए की अचल संपत्ति है। जिसमें कृषि, भूमि, मकान, प्लाट में 16 दुकानों का एक मार्किट व शुक्रताल रोड पर एक लगभग 8 बीघा का आश्रम है। इस भूमि में कुछ संपत्ति दादालाई है तथा कुछ राधेश्याम ने स्वंय खरीदी थी।

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दादालाई संपत्ति में आरोपी राजीव मित्तल अपने पिता का भी नाम कागजों में होना बताता था तथा उसको बेचना चाहता था। लेकिन राधेश्याम बंटवारे के समय इसके एवज में अलग से जमीन दिए जाने की बात बताते हुए उनको नहीं बेचने देता था। अभियुक्त राजीव मित्तल अपने हिस्से की अधिकांश जमीन अपनी मौज मस्ती में दे चुका था। जिस कारण अभियुक्त राजू मित्तल मृतक राधेश्याम की कुछ जमीनों पर कब्जा करना चाहता था। जिसके लिए उसने फर्जी तरीके से स्टाम्प भी तैय्यार करवा लिए थे, लेकिन मृतक राधेश्याम के जिंदा रहते इस योजना में सफल नहीं हो पा रहा था। जिस कारण उसने राधेश्याम की हत्या कराने का फैसला लिया। जिसके लिए उसने नीरज कश्यप पुत्र धीर सिंह निवासी ग्राम ककराला थाना भोपा जो कि शातिर किस्म का अपराधी है को राधेश्याम की हत्या कराने के लिए 3 लाख रुपये में सौदा किया।