
रालोद व सपा नेता में तीखी नोंकझोंक के बाद इस शहर में बढ़ा तनाव, जमकर हुआ हंगामा
शामली। शामली नगर पालिका और कैराना बस स्टैंड पर स्थित दुकानदारों के बीच चल रहे भूमि विवाद का मामला रविवार को एक बार फिर से गरमा गया। रविवार को जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष और जिला प्रशासन के बीच वार्ता हुई जिसमें कैराना बस स्टैंड को कैराना रोड स्थित नगर पालिका की भूमि पर ही स्थानांतरित करने का रास्ता साफ हो गया था। लेकिन दुकानदारों द्वारा किए जा रहे साफ-सफाई अभियान को पुलिस द्वारा अचानक बीच में रोक दिए जाने से हंगामा खड़ा हो गया। सैकड़ों की संख्या में दुकानदारों व बस संचालकों ने नगर पालिका चेयरमैन अंजना बंसल के आवास पर पहुंचकर जमकर हंगामा किया। इस दौरान लोगों ने जमकर चेयरमैन मुर्दाबाद के नारे लगाए और इस बात को लेकर के चेयरमैन पति की पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष से जमकर तीखी नोकझोंक हुई।
यह है पूरा मामला
शामली शहर के बीचों बीच नगर पालिका की भूमि पर कैराना बस स्टेंड लगभग 25 वर्ष पूर्व स्थापित किया गया था, जिसमें लगभग 185 लोगों द्वारा खोखे व अस्थायी दुकानें बनाकर व्यापार किया जा रहा था। झिंझाना कैराना, ऊन, बिडौली के लिए भी यहीं से प्राईवेट बसों का संचालन हो रहा था। बताया जाता है कि नगर पालिका द्वारा जमीन को खाली कराये जाने के लिए याचिका दायर की गई। मुकदमा जीतने के बाद नगर पालिका प्रशासन द्वारा सभी दुकानदारों व बस मालिकों को 21 अक्टूबर रविवार को बस स्टैंड को खाली किये जाने का नोटिस दिया गया, जिसके बाद अपने परिवार की आजीविका चला रहे दुकानदारों में रोष फैल गया और बेराजगार होने की आशंका के चलते भूमि को खाली कराये जाने का विरोध शुरू कर दिया।
दुकानदारों ने जिला प्रशासन से लेकर सभी राजनैतिक दलों के नेताओं और नगर पालिका अध्यक्ष से भूमि न खाली कराये जाने की गुहार लगाई। लेकिन कोई ठोस आश्वासन न दिये जाने के कारण दुकानदारों में मायूसी पनपी रही। दुकानदारों ने एडीएम को ज्ञापन देकर चेतावनी भी दी थी कि यदि दुकानों को जबरन खाली कराने का प्रयास किया गया तो गंभीर परिणाम हो सकते हैं। दुकानदारों द्वारा मामला पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष मनीष चौहान के समक्ष रखा गया। बताया जाता है कि मनीष चौहान ने इस संबंध में जिला प्रशासन के उच्च अधिकारियों से देर रात मैराथन वार्ता की। जिसके बाद सहमति बनी कि दुकानदारों को कैराना रोड स्थित नगर पालिका की 14 बीघा जमीन पर अस्थायी रूप से स्थानांतरित कर दिया जाये, जिससे कि वह अपनी आजीविका चला सके।
रविवार को पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष मनीष चौहान सैकड़ों दुकानदारों, बस चालकों, ऑपरेटरों आदि के साथ नगर पालिका की कैराना रोड स्थित भूमि पर पहुंचे और स्वयं अपने खर्चे से भूमि पर पड़े कचरे को जेसीबी मशीन से उठवाने का काम शुरू करा दिया, लेकिन अचानक कोतवाली पुलिस द्वारा मौके पर पहुंचकर कार्य बंद करा दिये जाने से दुकानदारों ने हंगामा खड़ा कर दिया। पुलिस ने जहां नगर पालिका व दुकानदारों के बीच वार्ता न होने तक कार्य बंद करने के निर्देश दिये हैं। वहीं सैकड़ों की संख्या में दुकानदारों तथा बस संचालकों ने नगर पालिका चेयरमैन अंजना बंसल के आवास पर पहुंचकर जमकर हंगामा किया। लेकिन मामले में कोई हल नहीं निकल सका। जिससे दुकानदारों में रोष बना हुआ है। इस दौरान पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष मनीष चौहान भी वहां मौजूद थे।
चेयरमैन पति राजेश्वर बंसल ने मनीष चौहान पर जबरन हंगामा करने का आरोप लगाते हुए दोनों के बीच तीखी नोकझोंक हुई। इस मामले को लेकर के चेयरमैन पति राजेश्वर बंसल ने कुछ लोगों के खिलाफ शामली कोतवाली पुलिस को तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है। इस अवसर पर बस यूनियन अध्यक्ष योगेन्द्र सिंह, बिटटू प्रधान धनेना, राशिद अली चौहान, सुरेन्द्र लाला, यशपाल सिंह, सऊद अहमद, चौधरी संजय, सभासद अनिल उपाध्याय, निशिकांत संगल, नसीम मंसूरी, नौशाद राणा, नदीम चौहान, धर्मेन्द्र सिंह, आबिद, इमरान, खालिद, राजेन्द्र मिस्त्री, ईश्वर सिंह, आदि मौजूद रहे।
Updated on:
21 Oct 2018 08:47 pm
Published on:
21 Oct 2018 08:33 pm
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