मुजफ्फरनगर।केंद्र सरकार और उत्तर प्रदेश की योगी सरकार जहां स्वच्छता अभियान को लेकर बड़े-बड़े दावे कर रही है। तो वहीं उत्तर प्रदेश के जनपद मुज़फ्फरनगर में इसका बिल्कुल उल्टा नजर आ रहा है। जहां मुज़फ्फरनगर नगर पालिका स्वच्छता अभियान को पूरी तरह से पलीता लगाते नजर आ रही है। वहीं इसकी जिम्मेदारी समाज सेवियों ने उठा ली है। कावड़ियों के गुजरने से पहले शहर के कर्इ लोगों ने कचरे के ढेर साफ करने का काम शुरू कर दिया है।
आप को बता दें कि आगामी 28 जुलाई से हिंदुस्तान की सबसे लंबी धार्मिक यात्रा कावड़ यात्रा शुरू होने जा रही है और मुजफ्फरनगर से करोड़ों शिवभक्त कावड़िए यहां से गुजरेंगे। मुजफ्फरनगर के अधिकारी कावड़ यात्रा की सभी तैयारियां पूरा होने का दावा कर रहे हैं।लेकिन मुजफ्फरनगर शामली मार्ग पर काली नदी के पुल के दोनों तरफ गंदगी के बड़े-बड़े ढेर लगे हुए हैं। इस मार्ग से भी लाखों की तादाद में कावड़िये गुजरते है। उसी को देखते हुए और प्रसासन की अधूरी तैयारियों को देखते हुए एक समाज सेवी सुमित मलिक ने अपने 4 साथियों के साथ अपना भैंसा बुग्गी लेकर गंदगी के ढेर पर पहुंच और साफ सफाई करने में जुट गए।सुमित मलिक का कहना है की जब तक नगर पालिका को शर्म नहीं आएगी तब तक वह यह काम करते रहेगे,क्योकि यहां से लाखो कावड़िये पवित्र गंगा जल लेकर गुजरेंगे।जब इतनी गंदगी होगी तो कैसे मेरे भोले के भक्त पवित्र गंगा जल लेकर निकलेंगे।इसी को लेकर यह बीड़ा उठाया है।