
राज्य महिला आयोग की सदस्य ने भाजपा सांसदों के पुरुष आयोग की मांग को नकारा
मुजफ्फरनगर. उत्तर प्रदेश में राज्य महिला आयोग की सदस्या महिला ने बीजेपी के घोसी से सांसद हरिनारायण राजभर और हरदोई से सांसद अंशुल वर्मा की ओर से महिला आयोग की तर्ज पर पुरुष आयोग बनाने की माँग की हवा निकाल दी है। भाजपा के इन दोनों सांसदों की ओर से पुरुष आयोग बनाने की मांग पर राज्य महिला आयोग की सदस्य डॉ प्रियंवदा तोमर ने कहा कि फिलहाल देश में पुरुष आयोग बनाने की कोई आवश्यकता नहीं है। राज्य महिला आयोग की सदस्या डा. प्रियंवदा तोमर ने सांसदों की इस मांग को सिरे से नकारते हुए कहा है कि हर जगह महिलाओं के साथ घटनाएं घटती हैं। पुरुषों के साथ नहीं, इसलिए पुरुष आयोग की कोई आवशकता नही है। उन्होंने कहा कि जिसने भी ये माँग की है, उसने शायद मजाक किया होगा।
दरअसल, बुधवार को महिलाओं की समस्या को लेकर जनपद मुजफ्फरनगर पहुंची राज्य महिला आयोग की सदस्य डॉ. प्रियंवदा तोमर ने भाजपा के 2 सांसदों हरिनारायण राजभर और अंशुल वर्मा की मांग को मजाक करार देते हुए कहा कि पुरुष आयोग की गठन करने की कोई आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा मेरे संज्ञान में तो ऐसा कुछ नहीं है। यह मजाक में किसी ने कह दिया होगा। उन्होंने कहा कि आपने देखा होगा कि समाज में महिला होने के नाते अगर अपराध होता है तो महिला विशेष के साथ ज्यादा होता है। छेड़छाड़ की घटना पुरुष के साथ तो नहीं होती है। दहेज उत्पीड़न भी महिलाओं का ही होता है। बच्चियों को जन्म से पहले ही गर्भ में मार दिया जाता है। स्कूल जाने से बेटियों को ही रोका जाता है। मां-बाप बेटे को तो नहीं रोकते हैं। इसी प्रकार से अगर वह किसी क्षेत्र में काम कर रही है तो महिला को दिक्कत आती है. उसका बॉस कभी ना कभी उसको परेशान कर सकता है। कई बार परेशानी खड़ी हो जाती है। पुरुषों के साथ तो ऐसा नहीं होता है। उन्होंने कहा कि यू तो समाज में सब को जरूरत है कि अच्छे से कार्य हो। कोई भी अपराध न हो। अपराधमुक्त हमारा समाज हो, उसकी तो पूरे समाज को आवश्यकता है। परंतु विशेष रूप से जो महिलाओं के प्रति अपराध होते हैं, उनके लिए तो केवल महिला आयोग ही काम कर सकता है। मुझे नहीं लगता कि पुरुषों को इस तरह के कोई आयोग की आवश्यकता है।
Published on:
05 Sept 2018 09:10 pm
बड़ी खबरें
View Allमुजफ्फरनगर
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
