आरोपी रामकिशोर ने डॉ. रामकिशोर डोगीवाल के शैक्षणिक दस्तावेज व जोधपुर स्थित निवास का पता अस्पताल संचालक को दिया, इसलिए मुकदमा दर्ज होने के बाद सिणधरी पुलिस डॉ. डोगीवाल के जोधपुर स्थित निवास पर पहुंच गई। एकबारगी परिजनों को भी मामला समझ में नहीं आया। उन्होंने यहां डॉ. डोगीवाल को फोन कर मामले की जानकारी दी तो डोगीवाल तो झटका लगा। उन्होंने बताया कि वह पिछले छह वर्षों से नागौर में सेवाएं दे रहे हैं। 2 साल सरकारी अस्पताल में तथा तीन साल से स्वास्तिक हॉस्पिटल, नागौर में सेवा दे रहे हैं। पूरी जानकारी पुख्ता होने पर पुलिस ने असली आरोपी की तलाश शुरू की और 25 अक्टूबर को गिरफ्तार कर लिया।
मूल रूप से दौसा के वार्ड 24 का निवासी आरोपी रामकिशोर महावर पुत्र जगदीशप्रसाद कोली सिणधरी से पहले अलवर के टपूकड़ा स्थित एक निजी अस्पताल में भी खुद को डॉ. डोगीवाल बताकर बदमाशी कर चुका है। आरोपी ने कुछ दस्तावेजों में खुद को राजकुमार बैरवा भी बता रखा है। इसकी जानकारी मिलने पर डॉ. डोगीवाल ने अलवर सीएमएचओ को पत्र लिखकर आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। सिणधरी में मुकदमा दर्ज होने के बाद डॉ. डोगीवाल ने नागौर के कोतवाली थाने में रिपोर्ट देकर उनकी प्रतिष्ठा धूमिल करने पर आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। डॉ. डोगीवाल ने इस अपराधिक षडय़ंत्र, फर्जी दस्तावेज तैयार करने व अपराधिक कृत्य को अंजाम देने में अन्य लोगों के शामिल होने की भी आशंका जताइ है। हालांकि कोतवाली ने मुकदमा दर्ज करने की बजाए परिवाद में रख लिया।
पुलिस की जांच में सामने आया कि आरोपी ने कोविड-19 का कार्ड भी तैयार करवा लिया, जिसमें खुद को डॉ. रामकिशोर डोगीवाल बताते हुए मधुर हॉस्पिटल में कंसलटेंट डॉक्टर बता दिया। एक सर्टिफिकेट ऐसा भी हाथ लगा है जो ड्रग कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन राजस्थान द्वारा जारी किया गया है, जिसमें आरोपी का नाम राजकुमार बैरवा बताया है। आरोपी ने डॉ. रामकिशोर डोगीवाल को राजस्थान मेडिकल काउंसिल जयपुर द्वारा जारी सर्टिफिकेट में तकनीकी साधानों से छेड़छाड़ कर खुद का फोटो चस्पा कर लिया और प्रमाण पत्र में एडिशनल रजिस्ट्रेशन नम्बर बदल दिए।
डॉक्टर के फर्जी दस्तावेज तैयार कर निजी अस्पताल संचालक से ढाई लाख रुपए ठगने के मामले में आरोपी दौसा निवासी रामकिशोर महावर को गिरफ्तार किया है। सोमवार को न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है। आरोपी ने सिणधरी के अलावा कहां-कहां बदमाशी की और इस षडय़ंत्र में उसके साथ और कौन-कौन लोग शामिल हैं, इसकी भी पूछताछ की जा रही है।
– बलदेव, थानाधिकारी, सिणधरी (बाड़मेर)