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सभापति बोथरा के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पास होने पर छाए संशय के बादल, प्रशासन ने शुरू की मतदान की तैयारियां

विरोधी खेमे के लिए कोरम पूरा करना हुआ मुश्किल, सभापति आश्वस्त, भाजपा ने जारी किया व्हिप

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नागौर. नगर परिषद सभापति मीतू बोथरा के खिलाफ गत दिनों कलक्टर के समक्ष पेश किए गए अविश्वास प्रस्ताव के बाद 27 जून को संभावित मतदान को लेकर प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी हैं। अविश्वास प्रस्ताव के लिए जिला कलक्टर अरुण कुमार पुरोहित ने नागौर उपखंड अधिकारी गोविन्दसिंहभीचर को प्राधिकृत अधिकारी नियुक्त किया है।

एसडीएम भीचर ने बताया कि 27 जून को सुबह 10 बजे सभापति के विरोधी पक्ष को 45 पार्षदों का कोरम पूरा करने का समय दिया गया है। यदि एक घंटे में 45 पार्षदों का कोरम पूरा हुआ तो उन्हें मतदान से पहले चार घंटे का समय चर्चा के लिए दिया जाएगा। कोरम पूरा नहीं होने की स्थिति में मतदान नहीं होगा। मतदान की स्थिति बनने पर अविश्वास प्रस्ताव पास करने के लिए सभापति के खिलाफ 46 पार्षदों के वोट चाहिए। मतदान के बाद मतगणना होगी। लेकिन जिस तरह से सभापति के विरोधी खेमे के पार्षद एकजुट होने की बजाए यहां-वहां घूम रहे हैं, इससे 27 जून को कोरम पूरा नहीं होने की संभावना ज्यादा नजर आ रही है। हालांकि अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले पार्षदों का कहना है कि उनके पार्षद चाहे कहीं भी रहें , 27 को सब एकजुट होकर सभापति के खिलाफ मतदान करेंगे। इसमें कितनी सच्चाई है, इसका निर्णय 27 जून को ही हो पाएगा।

भाजपा ने जारी किया व्हिप

नागौर नगर परिषद की सभापति मीतू बोथरा के विरूद्ध पेश किए गए अविश्वास प्रस्ताव के सन्दर्भ में 27 जून को होने वाले मतदान को लेकर भाजपा जिलाध्यक्ष रामधन पोटलिया ने पार्टी के पार्षदों के लिए व्ह्पि जारी की है। इसमें भाजपा पार्षदों को किसी भी परिस्थिति में उपस्थित नहीं होने के लिए कहा गया है। यदि कोई पार्षद उपस्थित हुआ तो उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।

कांग्रेसी पार्षद को भेजा नोटिस, बाद में किया भूल सुधार

भाजपा जिलाध्यक्ष ने व्हिप जारी करने के दौरान कांग्रेस की पार्षद सरोज ओड को भी नोटिस भेज दिया। कुछ ही देर में नोटिस सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। उसके बाद पार्टी के जिला महामंत्री रमेश अपूर्वा ने प्रेस नोट जारी कर बताया कि कम्प्यूटर ऑपरेटर की भूल से पार्षद सरोज सैन के स्थान पर पार्षद सरोज ओड के नाम से पत्र जारी हो गया, जिसे तुरन्त प्रभाव से निरस्त कर दिया गया।

मेरे साथ 20 पार्षद

मैंने पहले ही कहा था, अविश्वास प्रस्ताव औंधे मुंह गिरेगा और आज भी यही कह रही हूं। आज मेरे साथ 20 पार्षद हैं। 27 जून को मतदान की नौबत नहीं आएगी, क्यों विरोधी पक्ष 45 पार्षदों का कोरम ही पूरा नहीं कर पाएगा।

- मीतू बोथरा, सभापति, नगर परिषद, नागौर