
डीडवाना के बांगड़ महिला महाविद्यालय में नृत्य की प्रस्तुति देती छात्राएं।
डीडवाना. सार्वजनिक निर्माण एवं परिवहन मंत्री यूनुस खान ने कहा कि बेटियां हमारी शान, गौरव, सम्मान और हमारी संपदा है और बांगड महिला महाविद्यालय इन बेटियों की संपदा है। यह कॉलेज बेटियों का अपना है। यहां अध्ययनरत सभी बेटियों की उच्च शिक्षा व कॉलेज के विकास के लिए हम कृत संकल्पित है। शहर के बांगड़ महिला महाविद्यालय में शनिवार को आयोजित वार्षिकोत्सव एवं दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए खान ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि इस कॉलेज की भव्य इमारत में यह कार्यक्रम होना और बेटियों को सम्मानित करना हमारे लिए सौभाग्य की बात है। यह कॉलेज हम सब का सपना था, जो अब साकार रूप में हमारे सामने है। यह कॉलेज केवल शिक्षा और संस्कार का हिमायती है। जिसके दम पर यह कॉलेज समूचे राजस्थान में अपनी एक विशिष्ट पहचान रखता है। बेटियों का दायित्व है कि इस पहचान को हमेशा बनाए रखें। इस मौके पर उन्होंने कॉलेज में आरओ प्लांट निर्माण व स्टाफ के आवास निर्माण की घोषणा की।
बेटियां सडक़ पर उतरी तो हुआ दुख
मंत्री खान ने कुछ दिनों पूर्व एक समाचार पत्र (पत्रिका नहीं) में नि:शुल्क शिक्षण की छपी खबर के बाद छात्राओं द्वारा हंगामा किए जाने पर दुख जताते हुए कहा कि कॉलेज में अध्ययनरत छात्राओं का विश्वास ही हमारी असली कीमत है मगर जब बेटियां सडक़ पर उतरी तो यह संरक्षक होने के नाते मेरे लिए यह दुख और शर्म की बात है। उन्होंने छात्राओं से आइंदा ऐसा नहीं करनी की अपील करते हुए कहा कि कोई बाप अपनी बेटियों से अपील करें यह अच्छा नहीं है। उन्होंने समाचार पत्र की खबर का भी खंडन किया।
बेटियों का राजनीतिक इस्तेमाल दुर्भाग्यपूर्ण
खान ने कहा कि जब से यह कॉलेज शुरू किया है तब से विरोधियों ने कॉलेज में अनेक बाधाएं उत्पन्न की। अब वे इस हद तक उतर आए कि बेटियों को भडक़ाकर अपनी राजनीति का मोहरा बना रहे हैं। यह उनकी घटिया मानसिकता और राजनीति की पहचान है। ऐसे लोगों को मुझसे तकलीफ है तो सीधे तौर पर मुझसे राजनीतिक विवाद करें, मगर कम से कम बेटियों को बख्श दें।
लक्ष्य साधें, आत्मनिर्भर बनें
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि अजमेर रेंज की आईजी मालिनी अग्रवाल ने छात्राओं को किस्मत के भरोसे नहीं रहकर मेहनती बनने आह्वान किया। उन्होंने कहा कि आज महिलाएं राजनीति, प्रशासन, इंजीनियरिंग, पुलिस, विज्ञान, खेल हर क्षेत्र में आगे बढकऱ अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रही है। इसलिए छात्राओं को शिक्षा को चुनौती के रूप में लेकर स्वयं को आत्मनिर्भर बनाना होगा और सितारों को छूने की जिद करते हुए बड़ा लक्ष्य निर्धारित करना होगा। कार्यक्रम में कॉलेज शिक्षा के पूर्व निदेशक जे.एस. सोखी ने कहा कि हमारी कोशिश है कि बेटियों को गुणवत्तापूर्ण व संस्कारित और सिद्धांतों पर आधारित शिक्षा मिले, इसके लिए हम लगातार प्रयासरत है। महाविद्यालय के सचिव शंकरलाल परसावत ने प्रतिवेदन प्रस्तुत कर कहा कि 2007 में प्रारम्भ हुआ यह कॉलेज बेटी बचाओ-बेटी पढाओ अभियान की सार्थकता सिद्ध कर रहा है। इस मौके पर जिला पुलिस अधीक्षक परिस देशमुख, भामाशाह फजर्लुरहमान खत्री, ठेकेदार ओमसिंह चौहान, डीडवाना विकास परिषद् समिति के महासचिव बृजमोहन शास्त्री, प्राचार्य रेणु सिंह विशिष्ट अतिथि थे।
छात्राओं को किया पुरस्कृत
इस मौके पर शैक्षणिक वर्ष 2014-15, 2015-16, 2016-17 में बीए, बीसीए व बी कॉम में अव्वल रही 27 छात्राओं को स्वर्ण, रजत व कांस्य पदक प्रदान कर सम्मानित किया गया। साथ ही उन्हें प्रमाण पत्र व डिग्री भी प्रदान की गई।
सांस्कृतिक कार्यक्रम
इस मौके पर छात्राओं ने अनेक रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। छात्राओं ने राजस्थानी, दक्षिण भारतीय व अन्य गीतों पर नृत्य की प्रस्तुति देकर भारतीय संस्कृति की छटा बिखेरी।
Published on:
03 Feb 2018 07:20 pm
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