30 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

चावडिण्या के लापता युवक का धनकोली में मिला शव

परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप , राजकीय चिकित्सालय में दिया धरना - हत्या के आरोपियों को गिरफ्तार करने, मुआवजा व थाने को संस्पेंड करने की रखी मांग - पुलिस ने मांगा तीन दिन का समय, पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा

2 min read
Google source verification
चावडिण्या के लापता युवक का धनकोली में मिला शव

कुचामनसिटी. पीडि़त परिवार को न्याय दिलाने के लिए जिला चिकित्सालय में धरने पर बैठे सर्वसमाज के लोग।

कुचामनसिटी. शहर के निकटवर्ती ग्राम चावडिण्या से तीन दिन पहले लापता हुए युवक का शनिवार देर रात संदिग्ध हालत में धनकोली गांव में झाड़ी के नीचे शव मिलने पर क्षेत्र सनसनी फैल गई। रविवार को परिजनों के साथ सर्व समाज के लोगों ने एक बार तो शव लेने से इनकार कर दिया और जिला चिकित्सालय में धरने पर बैठ गए। परिजन हत्या के आरोपियों को गिरफ्तार करने, मुआवजा व थाने को संस्पेंड करने की रखी मांग कर रहे थे। बाद में डीडवान एडिशन एसपी की ओर से तीन दिन में मामले का खुलासा करने का आश्वासन देने पर धरना उठा लिया।

पुलिस के अनुसार चावडिण्या निवासी कन्हैयालाल पारीक (32) पुत्र शिम्भुदयाल पारीक गत 28 मार्च को ग्राम राजपुरा से लापता हो गया था। उसका शनिवार रात को धनकोली स्थित तलाई के पास शव पड़ा मिला। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर शिनाख्त व पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय कुचामन मोर्चरी में रखवाया। कन्हैयालाल की दो दिन से थाने में गुमशुदगी रिपोर्ट दर्ज होने के कारण पुलिस ने उसके परिजनोंं को बुलवाया। परिजनों ने कपड़ों और मोबाइल के आधार पर शव की शिनाख्त की।
सर्व ब्राह्मण समाज ने जताया रोष

घटना को लेकर परिजनों के साथ सर्व ब्राह्मण समाज के लोगों ने रविवार को पुलिस की ओर से इस मामले में कई कार्रवाई नहीं करने पर रोष जताया और प्रशासन से दोषियों की गिरफ्तारी करने की मांग को लेकर
जिला चिकित्सालय में धरने पर बैठ गए।

इससे पूर्व समाज के लोगों ने पुलिस थाना का घेराव भी किया। वहां समाज के मौजिज लोगों ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ताराचंद, पुलिस उपाधीक्षक अरविन्द व थानाधिकारी सुरेश कुमार चौधरी से आरोपियों को गिरफ्तार कर पीडि़त परिवार को न्याय दिलाने की मांग की। लेकिन बात नहीं बनने पर धरने पर बैठ गए।

दोपहर बाद एडिशन एसपी डीडवाना हिमांशु कुचामन पहुंचे । उन्होंने धरने पर बैठे लोगों से समझाइश की और तीन दिन में जांच कर मामले का खुलासा करने का आश्वासन दिया। इसके बाद परिजनों और समाज के लोगों ने धरना समाप्त कर दिया। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया।

------------------
ये रखी मांगे

परिजनों के साथ सर्वसमाज के लोगों ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा। जिसमें कन्हैयालाल की हत्या के आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार करने , परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी के साथ मुआवजा व चितावा पुलिस थाने के कर्मचारियों को निलम्बित करने की मांग की।

चितावा पुलिस पर रिपोर्ट दर्ज नहीं करने का आरोप

परिजनों का आरोप है कि कन्हैयालाल रोजाना की तरह अपने काम पर राजपुरा जाने के लिए गुरुवार को घर से निकला था। वह पेट्रोल पम्प पर काम करता था। लेकिन रात्रि को वापस घर नहीं लौटने पर घरवालों ने उसको फोन किया। उसने फोन का कोई जवाब नहीं दिया तो परिजनों ने रिश्तेदारों को फोन कर उसके बारे में पूछताछ की। लेकिन उसका कुछ पता नहीं लगने के बाद परिजनों ने चितावा पुलिस थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दी, लेकिन पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की। बल्कि पुलिस का कहना था कि यहीं कहीं गया होगा आ जाएगा। जबकि पुलिस को गुमशुदगी दर्ज कर उसकी तलाश करनी चाहिए थी। पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।

------------

मृतक की तीन महीने पहले हुई थी शादी

परिजनों ने बताया कि कन्हैयालाल की तीन महीने पहले शादी हुई थी। शादी बनारस की लडक़ी हुई थी। वह परिवार में इकलौता पुत्र था। एक बहन की मृत्यु हो चुकी है। पिता शिम्भूदयाल बीमार रहते है।

ये रहे उपस्थित

धरने के दौरान परिजनों के साथ राजस्थान ब्राह्मण महासभा प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष राजेन्द्र प्रसाद , एडवोकेट ओमप्रकाश पारीक, आनन्द व्यास, मूलचंद बागड़ा, प्रकाशचंद पारीक सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित थे.