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अंग्रेजी भी अच्छी भाषा पर भारतीय संस्कृति ना भूलें: गोविंद

भारतीय संस्कृति का विकास

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पत्रकारों से बातचीत

विद्या भारती के राजस्थान क्षेत्र सह संगठन मंत्री गोविंद ने सोमवार को पत्रकारों से बातचीत

नागौर. हमारे शिक्षण संस्था में किसी भी धर्म-जाति पर बैन नहीं है। कई मुस्लिम छात्रों ने न सरकारी सेवा में बल्कि खेल में भी बड़ा नाम किया है। कोई भी बच्चा हो उसकी प्राथमिकता भारतीय संस्कृति व देशप्रेम की हो।

यह बात विद्या भारती के राजस्थान क्षेत्र सह संगठन मंत्री गोविंद ने सोमवार को पत्रकारों से बातचीत में कही। उन्होंने कहा कि हमारा मूल उद्देश्य शिक्षा के साथ भारतीय संस्कृति का विकास करना है। देश के प्रति नई पीढ़ी अपनी जिम्मेदारी सीखे, यही उनका ध्येय है। इसीलिए वे दूर-दराज कच्ची बस्तियों तक में शिक्षा का प्रचार-प्रसार करते हैं। वे इसमें कभी नहीं देखते कि बच्चा किस धर्म अथवा जाति का है। विद्या भारती स्कूल भी चलाती है तो संस्कार केन्द्र भी। उनके शिक्षकों को तीन दिन का प्रशिक्षण भी दिया गया है। आजादी दिलाने वालों में गांधी और सावरकर के बीच कांग्रेस-भाजपा की अलग सोच पर उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है। कुछ लोग गलत तरह से ऐसा मिथ्यात्मक प्रचार कर रहे हैं। उनसे पूछा गया कि क्या मोदी राज में हिंदू खतरे में है तो उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है, कुछ गलत संदेश/मैसेज से लोगों को भ्रमित किया जाता है। कथा-कहानी, खेल के साथ स्वास्थ्य भी पढ़ाई के साथ शामिल होता है। उन्होंने इस बात को भी कबूला कि अंग्रेजी भाषा भी अच्छी है, आज के जमाने में उसे सीखना भी जरूरी पर है पर इसका यह मतलब नहीं कि भारतीय संस्कृति को भुला दिया जाए। इस मौके पर समाजसेवी हरिराम धारणिया और प्रात: संस्कार केन्द्र जोधपुर के प्रमुख रुद्र कुमार शर्मा भी मौजूद थे।