पहला ओडियो, जिसमें एक व्यक्ति अपने आप को एमएलए का करीबी बताकर बात कर रहा है।
व्यक्ति – अभी आओगे क्या?
ईओ खन्ना – हां सर, सुबह मिल लूं क्या?
व्यक्ति – हां, सुबह मिल लेंगे, मिलना नहीं, वो टेंडर कैंसल करने की बात करनी है, आज एमएलए साहब और हम दो-तीन गांवों में जाकर आए थे, कोई गुजर गया था, तो उनके बैठने गए थे। एक अपने वाले जगदीश ङ्क्षसह वकील है, उनके भाभीजी का आज १२ दिन थे, तो उनके यहां भी जाकर आए। रास्ते में वही बात कर रहे थे। बोल रहे थे कि जेईएन का फोन आया है, कि मैं मिलने आ रहा हूं तो मैंने कहा टेंडर तो कैंसल करना है, उसके बारे में तो आना नहीं है और कोई काम है तो आ जाना।
ईओ – कौन बोला?
व्यक्ति – ठाकुर साहब बोले कि जेईएन साहब का फोन आया था कल, कि मैं मिलने आना चाहता हूं।
ईओ – अच्छा, अच्छा।
व्यक्ति – वो बोले, टेंडर कैंसल करेंगे नहीं जेईएन साहब। मैंने कहा, एेसा नहीं होगा, अब आपने बोल दिया है तो कैंसल हो जाएगा। बोला, आप देख लेना।
ईओ – सर, आपकी बात हुई नहीं क्या?
सर।व्यक्ति – मैं क्या बोल रहा हूं, बारह महीने आप इस सीट पर टिक गए ना तो कमाने के लिए बहुत लम्बा रास्ता है अपने पास। खाली एक का देखो मत कि ये इसको ले लिया और अब वापस देवें कैसे। या कमाई जा रही है हाथ से, अपनी ईज्जत बनानी है एमएलए के काम में।
ईओ – ठीक है।
व्यक्ति – आप तो कैंसल करके खुद फोन करो और बोलो कि आपने बोला और मैंने कैंसल कर दिया।
ईओ – सर, पर वो चैयरमेन कह रहा है कि मुझे यह करना है, यदि मैं यह नहीं करूंगा तो मैं रिलीव कर दूंगा यहां से।
व्यक्ति – उसके बाप के हाथ में है क्या रिलीव करना। हमने आपको लगाया है यहां, चैयरमेन कौन है (गाली बोलता है), उसे नागौर में कोई जानता नहीं तो href="https://www.patrika.com/topic/jaipur/" target="_blank" rel="noopener">जयपुर में कौन जानता है उसे। और एमएलए साहब ने आपको क्या बोला है, चैयरमेन को डाउन करना है। आपको समझा दिया अच्छी भाषा में कि आपको चैयरमेन को डाउन करना है और इसीलिए आपको बैठाया है। ठीक है ना, चैयरमेन आपका बाल भी हिलाएगा तो हमको पूछकर हिलाएगा।
ईओ – ठीक है सर।
ईओ – सर नमस्ते।
कलक्टर – कौन बोल रहे हैं, ईओ हो। ईओ का चार्ज है तुम्हारे पास।
ईओ – यस सर।
कलक्टर – जेईएन हो तुम।
ईओ – यस सर।
कलक्टर – तुम्हे जानकारी है, तुम्हारे यहां टेंडर चल रहे हैं, उसमें धांधली हो रही है?
ईओ – यस सर। लेकिन यह पहले का है सर।
कलक्टर – क्या जानकारी है, बताओ?
ईओ – उसमें धांधली का कह रहे हैं सर।
कलक्टर – क्या?
ईओ – यही कि चार-पांच ठेकेदार से मिलीभगत कर टेंडर दिए गए हैं।
कलक्टर – हां, फिर, आपको एेसा नहीं लगता?
ईओ – नहीं सर।
कलक्टर – आपको क्यों नहीं लगता, आपके एमएलए ने कह दिया, आपके पार्षदों ने कह दिया। फिर आपको एेसा क्यों नहीं लग रहा।
ईओ – सर एेसी कोई बात आई नहीं सामने।
कलक्टर – हां, तुम्हारे सामने क्यों नहीं आ रही? सबके सामने आ रही है, तुम्हारे सामने क्यों नहीं आ रही? और आज तुमने बैक डेट में ऑर्डर कर दिए, फिर तुम्हारे खिलाफ एफआईआर क्यों नहीं होनी चाहिए। बताओ।
ईओ – बैक डेट में ऑर्डन नहीं किए सर।
कलक्टर – मैंने इसके लिए कमेटी गठित की थी, वे जांच करेंगे, उसके बाद तुम्हें वर्क ऑर्डर देने थे। आज वर्क ऑर्डर हो गए १४ तारीख की डेट में।
ईओ – नहीं सर।
लाडनूं एमएलए ने मुझे बोला कि यह टेंडर निरस्त करने हैं, तो मैंने उन्हें कहा कि प्रक्रिया पूरी ऑनलाइन हुई है, इसमें गलत कुछ नहीं हुआ है तो निरस्त कैसे करें। आप मुझ पर दबाव क्यों बना रहे हो। इस पर उन्होंने मुझे कहा, यदि तुम नहीं करोगे तो हम तुम्हें एपीओ कराएंगे। फिर कलक्टर साहब ने भी मुझे टेंडर निरस्त करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि उन पर एमएलए का दबाव है और यह टेंडर निरस्त करने हैं। एमएलए चैयरमेन को खत्म करना चाहते हैं, बाकी टेंडर में किसी प्रकार की अनियमितता नहीं है।
मोहित खन्ना, कार्यवाहक ईओ, नगर पालिका, लाडनूं
मेरा कोई लेना-देना नहीं
मैंने क्यों धमकाया है, पहले जो ईओ थे, उन्होंने इस टेंडर को निरस्त करने के लिए लिखा था, जिसके हिसाब से यह टेंडर होने ही नहीं थे। मेरा इस टेंडर से कोई लेना-देना नहीं है।
– मनोहरसिंह राठौड़, विधायक, लाडनंू
जांच के लिए कमेटी गठित की
लाडनूं एमएलए व पालिका के पार्षद शिकायत करने आए थे कि टेंडर में गड़बड़ी हुई है। जो टेंडर बीएसआर रेट से ३० प्रतिशत कम (लॉ) में होना था, वो बीएसआर रेट पर हो गया। शिकायत पर मैंने तीन अधिकारियों की जांच कमेटी गठित कर ईओ को निर्देश दिए कि जब तक जांच नहीं हो, तब कि वर्क ऑर्डर जारी नहीं करें और काम नहीं करवाएं, ताकी जनता में गलत संदेश नहीं जाए। इसके बाद एमएलए ने बताया कि ईओ ने बेक डेट में वर्क ऑर्डर जारी कर दिए। जिसको लेकर मैंने उससे दुबारा बात की थी।
– कुमारपाल गौतम, कलक्टर, नागौर