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VIDEO…चाहो या न चाहो अब सभी को इसे लगाना पड़ेगा

Nagaur. . डिस्कॉम के अधिकारियों का कहना है कि स्मार्ट मीटर अब सभी को अनिवार्य रूप से लगाना पड़ेगा

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Nagaur news

everyone has to wear it like it or not

इन जगहों पर भी नहीं लग पाए स्मार्ट मीटर
जिले के जायल, रियाबड़ी, डेगाना, मेड़ता आदि क्षेत्रों में एक भी स्मार्ट मीटर नहीं लगाए जा सके थे। अधिकारियों का कहना है कि इसके अलावा डीडवाना, मकराना, कुचामन, नागौर एवं कुचामनसिटी के साथ परबतसर के अभी भी 80 प्रतिशत से ज्यादा क्षेत्रों में पुराने मीटर ही संचालित हैं। जबकि निगम की ओर से आरडीएसएस योजना के तहत इनका लगाया जाना अनिवार्य है। मीटर लगाए जाने का काम फिर से शुरू किया जाएगा। संभवत: तीन से चार माह के अंदर डिस्कॉम की ओर से इस बार सभी जगहों पर योजना के तहत मीटर लगाने के काम किए जाएंगे।
आराम से होगी रीडिंग
खास बात यह है कि इसमें डिस्कॉम कर्मचारियों को घर-घर जाकर रिडिंग लेने की आवश्यता नहीं होगी। वे भी ऑनलाइन ही मीटर रिडिंग देख सकेंगे। यदि कहीं पर मीटर से छेड़छाड़ की गई तो वह भी तुरंत डिस्कॉम की पकड़ में आ जाएगा।
स्मार्ट बिजली मीटर ऐसे काम करता है
उपभोक्ताओं को स्मार्ट मीटर पर लगी डिस्प्ले स्क्रीन के माध्यम से वर्तमान शेष बिजली बिल, बिजली की वर्तमान शेष राशि, और पिछले महीने खपत बिजली की मात्रा के माध्यम से पता चल सकता है, जिससे उन्हें अपने स्वयं के बिजली की खपत के बारे में पता चल जाएगा। स्मार्ट मीटर स्वचालित रूप से अलार्म का उपयोग करता है।
स्मार्ट मीटर से उपभोक्ताओं को पहले से ही पता होगा कि कितना बिजली बिल खपत करना है।
स्मार्ट मीटर का नुकसान
स्मार्ट मीटर मोबाइल तकनीक यानि की नेटवर्क कवरेज का उपयोग करके ऊर्जा आपूर्तिकर्ताओं के साथ संचार करते हैं। इसमें एक कमजोर सिग्नल इस कनेक्शन को बाधित कर सकता है । कमजोर नेटवर्क वाले क्षेत्रों में इसके काम करने की क्षमता प्रभावित हो सकती है। इसके लिए नेटवर्क का मजबूत होना बेहद जरूरी है।
पुराने मीटर को इसलिए हटाया गया
पुराने मीटर को लोग आसानी से बंद कर सकते थे। पुराने मीटर में छेड़ छाड़ करना काफी आसान था। 100 यूनिट बिजली जलाने पर मीटर में 10 यूनिट रीडिंग ही होता था। ऐसे में बिजली कंपनी को काफी नुकसान होता था। कई लोग अपने मीटर में आसानी से सर्किट लगा देते थे।पुराने मीटर में लाखों रुपए की बिजली चोरी हर महीने होती थी। इसका सीधा असर ईमानदारी से बिल भरने वाले उपभोक्ताओं पर पड़ रहा था।
इनका कहना है...
स्मार्ट मीटर लगाए जाने का कार्य आरडीएसएस योजना के तहत जल्द ही शुरू किया जाएगा। इसे प्रत्येक के यहां लगाया जाना अनिवार्य है। स्मार्ट मीटर की आपूर्ति होने के बाद डिस्कॉम की ओर से इसको जल्द ही सभी जगहों पर लगाने का प्राथमिकता के आधार पर होगा।
एफ. आर. मीणा, अधीक्षण अभियंता अजमेर-नागौर डिस्कॉम