
Brother's life was killed for the sake of land
नागौर. डिजिटल इंडिया लैण्ड रिकॉर्ड मॉर्डनाइजेशन कार्यक्रम के अंतर्गत जिले का राजस्व रिकॉर्ड को ऑनलाइन किया जा रहा है। जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने बताया कि ऑनलाइन तहसीलों में आम काश्तकार घर बैठे जमाबंदी, खेतों के नक्शे एवं गिरदावरी नकल ऑनलाइन प्राप्त कर सकते हैं। इसमें काश्तकार द्वारा प्रस्तुत ई-साइन राजस्व रिकॉर्ड किसी भी कार्यालय, न्यायालय में मान्य होंगे। उन्होंने बताया कि ऑनलाइन तहसीलों में पटवारी से राजस्व रिकॉर्ड प्रस्तुत करने के लिए ई-साइन युक्त राजस्व रिकॉर्ड निर्धारित शुल्क के साथ अपना खाता वेबसाइट पर या धरा एप से स्वयं या ई-मित्र से प्राप्त कर सकते हैं तथा केवल देखने के लिए बिना किसी शुल्क देख सकते हैं। ऑनलाइन तहसीलों में नामांतरकरण भी ऑनलाइन ही दर्ज हो रहे हैं, जिसके अंतर्गत काश्तकार अपना खाता वेबसाइट पर नामांतरकरण के लिए ऑनलाइन आवेदन भी कर सकते हैं। साथ ही पंजीयन दस्तावेज पटवारी को उपलब्ध करवाने की आवश्यकता नहीं रहती। जैसे ही पंजीयन कार्यालय में किसी कृषि भूमि का पंजीयन होता है, स्वत: ही नामांतरकरण दर्ज हो जाता है। इस संबंध में डॉ. सोनी ने बताया कि आमजन अपने क्षेत्र में ऑनलाइन सेवाओं को अधिक से अधिक उपयोग में लेकर इसका लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
न्यायालय को बीकानेर रोड पर मिली 30.06 बीघा जमीन
नागौर. शहर के बीकानेर रोड स्थित जेएलएन राजकीय अस्पताल के सामने खसरा नम्बर 113 में 30.06 बीघा जमीन न्यायालय परिसर व न्यायिक आवास के निर्माणर्थ आवंटित की गई है। जिला कलक्टर द्वारा भेजे गए प्रस्ताव पर राजकीय स्वीकृति प्रदान करते हुए शासन उप सचिव कमलेश आबुसरिया ने इस सम्बन्ध में आदेश जारी किए हैं। गौरतलब है कि खसरा नम्बर 113 की जमीन गोचर किस्म होने पर इसके स्थान पर गगवाना के खसरा नम्बर 448 रकबा 133.13 बीघा किस्म गैर मुमकिन मगरा में से 30.06 बीघा जमीन चारागाह में दर्ज की गई है।
Published on:
23 Jun 2021 10:32 pm
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