आजादी के बाद बने प्रदेशाध्यक्ष
देश आजाद होने के बाद किशनलाल शाह राजस्थान कांग्रेस कमेटी के प्रदेशाध्यक्ष बनाए गए। शाह ने पहला चुनाव 1951 में चुनाव जीतकर नावां के विधायक बने थे। राज्य सरकार ने शाह को स्वतंत्रता सेनानी की उपाधी से नवाजा था। इसके बाद शाह की 1991 में मृत्यु हो गई। शाह को स्वतंत्रता सेनानी तो बना दिया गया लेकिन इनके नाम से ना तो कोई विद्यालय है और ना ही कोई सडक़ मार्ग है, जबकि बरसों पहले शाह के नाम से सर्किल बनाने की मांग उठी थी। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
देश आजाद होने के बाद किशनलाल शाह राजस्थान कांग्रेस कमेटी के प्रदेशाध्यक्ष बनाए गए। शाह ने पहला चुनाव 1951 में चुनाव जीतकर नावां के विधायक बने थे। राज्य सरकार ने शाह को स्वतंत्रता सेनानी की उपाधी से नवाजा था। इसके बाद शाह की 1991 में मृत्यु हो गई। शाह को स्वतंत्रता सेनानी तो बना दिया गया लेकिन इनके नाम से ना तो कोई विद्यालय है और ना ही कोई सडक़ मार्ग है, जबकि बरसों पहले शाह के नाम से सर्किल बनाने की मांग उठी थी। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।