
मनरेगा के मापदण्डों की पालना में मूण्डवा ब्लॉक सबसे पीछे
मनरेगा मापदण्डों में सबसे पीछे मूण्डवा , कार्यों पर रखी जाएगी द्वि स्तरीय नजर
नागौर. मनरेगा MNREGA के मापदण्डों की पालना में सबसे पीछे रहने पर जिले का mundwa मूण्डवा ब्लॉक ‘विशेष निगरानी ब्लॉक’ के रूप में चिह्नित किया गया है। इससे मूण्डवा ब्लॉक की ग्राम पंचायतों में होने वाले मनरेगा कार्यों की विशेष रूप से मॉनीटरिंग की जाएगी। राज्य सरकार मनरेगा अधिनियम के तहत सबसे पहले कमजोर प्रदर्शन वाले विकास खंडों में पायलेट प्रोजेक्ट के तहत आदर्श स्थिति कायम करना चाहती है। इसके तहत खराब प्रदर्शन वाले ब्लॉक में सुधार के लिए विशेष निगरानी रखी जाएगी। गौरतलब है कि मनरेगा के तहत हर एक जिले के कार्य का मूल्यांकन किया जाता है।
यह है मूल्यांकन का आधार
मूल्यांकन में श्रमिकों को जॉब कार्ड जारी करने, काम की मांग दर्ज करने व 15 दिन में काम देने की व्यवस्थित प्रणाली, बेरोजगारी भत्ता, वार्षिक कार्य योजना में उपयोग के कार्यों को सूचीबद्ध करने, श्रम व सामग्री में खर्च का आदर्श अनुपात, कार्य स्थलों पर सुविधाएं आदि शामिल है। इसके अलावा समय पर श्रमिकों की मजदूरी का भुगतान, मजदूरी की उच्चतम दर के लिए कार्यों का समयबद्ध मूल्यांकन, शिकायत निवारण व्यवस्था तथा सामाजिक अंकेक्षण की स्थिति के आधार पर हर ब्लॉक व जिले का मूल्यांकन किया जाता है।
अधिकारियों को देंगे प्रशिक्षण
जानकारी के अनुसार मनरेगा MNREGA के तहत हर एक जिले के कार्य का मूल्यांकन किया जाता है। जिले की मूण्डवा ब्लॉक की सभी 29 ग्राम पंचायतों में मनरेगा के मापदंडों के अनुसार समग्र मूल्यांकन में केवल 27 प्रतिशत अंक प्राप्त हुए हैं, जबकि जिले का प्रतिशत 42 है। ब्लॉक की स्थिति में सुधार के लिए मूण्डवा ब्लॉक के सभी अधिकारियों को विशेष प्रशिक्षण देने के साथ राज्य व जिला स्तर से विशेष निगरानी तंत्र विकसित किया जाएगा। विभागीय स्तर पर निगरानी के दौश्रान प्रयास किया जाएगा कि दूसरे विकास खंडों में ऐसी स्थिति नहीं बने।
Published on:
11 Oct 2018 09:09 am
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