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नागौर : 14 करोड़ से सुधरेगी 19.23 किलोमीटर के बायपास की दशा

घटिया निर्माण के चलते समय से पहले टूटी सीसी सडक़ पर ठेकेदार ने बिछा दी थी डामकर की परत, जगह-जगह से डामर हटने से बायपास सडक़ पर बने गड्ढ़े बने परेशानी, टोल टेक्स देने के बावजूद वाहन चालकों को उठानी पड़ रही परेशानी, अब नए सिरे से होगा डामरीकरण का काम, विभाग ने पूरी की टेंडर प्रक्रिया

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fourlane road

fourlane road Naguar

नागौर. अमरपुरा से अठियासन होते हुए चुग्गावास के पास जोधपुर रोड से मिलने वाले 19.23 किलोमीटर लम्बी बायपास सडक़ की जल्द ही दशा सुधरेगी। इसके लिए एनएच ने करीब 14 करोड़ का बजट स्वीकृत किया है, जिसके बाद अधिकारियों ने टेंडर प्रक्रिया पूर्ण कर ली है और जल्द ही संबंधित ठेकेदार को वर्क ऑर्डर जारी किए जाएंगे। हालांकि पिछले काफी समय से बायपास की स्थिति काफी खराब है। ठेकेदार की ओर से बनाई गई घटिया किस्म की सीसी सडक़ को ढंकने के लिए बिछाई गई डामर की परत जगह-जगह से उखडऩे के बाद यहां वाहनों का चलना मुश्किल हो रहा है। चार पहिया तो दूर भारी वाहन चालक भी इस सडक़ पर चलने से कतराते हैं, लेकिन मजबूरी में जैसे-तैसे इस मार्ग को पार कर रहे हैं। वाहन चालकों ने पत्रिका को बताया कि उनके इंतजार की इंतेहा हो गई है। बायपास सडक़ पर सीसी के ऊपर बिछाई गई डामर की परत जगह-जगह से उखडऩे से सडक़ की हालत बहुत ज्यादा खराब हो चुकी है।

गौरतलब है कि राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 62 के किमी 161/00 (अमरपुरा) से किमी 180/500 तक नागौर बायपास (19.23 किमी लम्बाई) के संवेदक की ओर से किए गए कार्य में तकनीकी कमियों को ठीक नहीं करने के कारण एवं परियोजना का उचित रखरखाव नहीं करने के कारण सार्वजनिक निर्माण विभाग एनएच जयपुर के मुख्य अभियंता की ओर से 28 अप्रेल 2025 को अनुबंध निरस्त कर दिया था। संवेदक को ब्लेक लिस्ट करने के लिए नागौर एनएच खंड कार्यालय के अधिकारियों ने 12 अगस्त 2025 को सक्षम स्तर पर प्रस्ताव भेजा था।

शुरू से ही विवादों में रहा बायपास

लम्बे इंतजार के बाद अमरपुरा से चुग्गवास तक बने बायपास का निर्माण कार्य शुरू से ही विवादों में रहा। ठेकेदार ने डीडवाना रोड पर बनाए गए फ्लाईओवर को भी आधा बनाकर वापस तोड़ा था। इसके बाद सीसी सडक़ में नियमानुसार सामग्री का उपयोग नहीं करने से गड्ढ़े होने लग गए, जिसकी शिकायत होने पर ठेकेदार ने लीपापोती करते हुए सीसी पर डामर डाल दिया। इसके बावजूद पार नहीं पड़ी तो पूरी सडक़ पर डामर की परत बिछा दी। बार-बार शिकायतों के बावजूद सडक़ नहीं सुधारने पर विभाग ने रिस्क एंड कॉस्ट मनी जब्त करते हुए अनुबंध निरस्त कर दिया। एनएच के एक्सईएन दीपक परिहार ने बताया कि बायपास सडक़ का नवीनीकरण करने के लिए करीब 14 करोड़ रुपए का बजट स्वीकृत हुआ है। अब पूर्व में बिछाई गई डामर की परत हटाकर मोटी परत बिछाई जाएगी, ताकि टूटे नहीं।

फ्लाईओवर के नीचे हालत ज्यादा खराब

अठियासन के पास नागौर-अजमेर रोड पर बनाए गए फ्लाईओवर के नीचे सडक़ टूटने से हालत ज्यादा खराब हो गए हैं। फ्लाईओवर की सर्विस रोड के साथ नागौर-अजमेर रोड भी टूटकर कर एक से डेढ़ फीट गहरे गड्ढ़े बन गए हैं, जिनमें गिरकर छोटे वाहन चालक चोटिल हो रहे हैं। सडक़ टूटने से यहां दिनभर धूल का गुबार उड़ता है, जिससे भारी वाहनों के पीछे चलने वाले वाहन चालकों को आगे दिखाई देना बंद हो जाता है। वाहन चालकों के साथ स्थानीय लोगों ने बायपास के साथ फ्लाईओवर के आसपास नागौर-अजमेर राष्ट्रीय राजमार्ग की मरम्मत कराने की मांग भी की है।