
इसमें प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के जिला सचिव विनेश शर्मा ने कहा कि सरकार ने अभिभावकों को स्कूलों से लड़ाने के लिए इस एक्ट का खाका तैयार किया, और लागू करने के निर्देश जारी कर दिए। शर्मा ने कहा कि इसमें पहले त्रिस्तरीय कमेटी काम करेगी। सदस्यों की संख्या केवल दस ही रखी गई है। दस में पांच-पांच मत बराबर तो फिर क्या होगा। यह प्रकरण एक कमेटी से दूसरी कमेटी तक जाता रहेगा, और सत्र बीत जाएगा। इस एक्ट को लागू किया गया तो, फिर सोसायटी एक्ट १५८ए, १५९ए का खुला हनन होगा। प्रदेश अध्यक्ष कैलाश शर्मा ने कहा कि इसके लिए पुरजोर प्रयास किए जाएंगे और सफलता भी मिलेगी। नरपतसिंह शेखावत ने कहा कि निजी शिक्षण संस्थान अब परस्पर की प्रतिस्पर्धा को छोड़कर इस मामले में एकजुट हो जाएं। कोडाराम ने कहा कि एक्ट के मार्फत पीटीए विद्यालय प्रबंधन समिति पर प्रभावी रहेगी। यहां तक की, वह विद्यालय से जुड़े समस्त अभिलेखों को भी देख सकेगी। यह पूरी तरह से असंगत है। हरिओम ने कहा कि शुरूआत में इसकी पालना सहज होगी, बाद में स्थिति खराब होती जाएगी। विद्यालय प्रबंधन व अभिभावकों के मध्य सदैव टकराव होता रहेगा। राजेन्द्र शर्मा ने कहा कि एक्ट की विसंगतियों को मिलजुकर दूर कराना पड़ेगा। ब्लॉक अध्यक्ष शैतानराम चांगल व संयोजक ललित पाराशर ने अभ्यागतों के प्रति आभार जताया।
Published on:
27 Mar 2017 01:34 pm
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