
प्रदेश में अब व्यक्ति (पक्षकार) अपनी खरीदी गई जमीन का किसी भी शहर से पंजीकरण करवा सकेगा। इसके लिए उन्हें प्रलेख लेखकों को फीस भी नहीं चुकानी पड़ेगी। राज्य सरकार इसके लिए एनीव्हेयर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन व्यवस्था लागू करने की तैयारी में है। इसके प्रथम चरण में पांच तरह के महत्वपूर्ण दस्तावेज पंजीकृत होंगे।
इस संबंध में पंजीयन एवं मुद्रांक विभाग के महानिरीक्षक पीयूष समारिया ने सभी उप महानिरीक्षकों को ई-पंजीयन सॉफ्टवेयर पर ऑटो डीड में पक्षकारों को स्वयं दस्तावेज तैयार करने के लिए प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए हैं।
इनका होगा पंजीकरण
एनीव्हेयर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन व्यवस्था के प्रथम चरण में पांच दस्तावेज विक्रय-पत्र, दान पत्र, हक त्याग पत्र, विभाजन पत्र एवं लीज डीड/किरायानामा के ऑनलाइन निष्पादन एवं पंजीयन की व्यवस्था लागू की जाएगी। ई पंजीयन सॉफ्टवेयर पर पक्षकार इनसे संबंधित दस्तावेज विलेख स्वयं तैयार कर सके, इसके लिए ई पंजीयन पोर्टल पर ऑटोडीड का विकल्प दिया है। ऑटोडीड प्रारूप में पक्षकार की ओर से तैयार दस्तावेज उप पंजीयन कार्यालय को अग्रेषित करने पर विभाग की ओर से विशेष पेपर पर दस्तावेज का प्रिंट लेकर पंजीबद्ध किया जाएगा। इससे पक्षकार को पूर्व में दस्तावेज का प्रिंट लेने, दस्तावेज पर पक्षकारों के फोटो चस्पा करने की आवश्यकता नहीं रहेगी।
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तैयारियां चल रही है
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन व्यवस्था को लेकर तैयारी जारी है। इसमें पक्षकार कहीं से भी भूमि पंजीकरण करवा सकेंगा। साथ ही उसे प्रलेख लेखक को फीस भी नहीं देनी होगी।
महेंद्रसिंह मुवाल, तहसीलदार, खींवसर
Published on:
06 Mar 2024 02:42 pm
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