
तरनाऊ.पानी के अभाव में सूखे पड़े जीएलआर व पशुओं की खेली।
तीन दिन पहले मुख्यमंत्री ने किया था नहरी पानी वितरण कार्य का शुभारम्भ
तरनाऊ. मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने तीन दिन पहले जायल के 120 गांवों में मीठा पानी वितरण करने की योजना का शुभारम्भ कर चुकी है, लेनिक तीन दिन से करीब सौ गांवों में एक बूंद नहरी पानी नहीं पहुंचा है। नतीजतन गांवों में भंयकर पेयजल संकट है। ग्रामीणों को तीन दिन से मीठे पानी मिलने की उम्मीद में खारे पानी के भी लाले पड़ रहे है। क्षैत्र के मातासुख पेयजल प्रोजेक्ट योजना से जुड़े जायल के 120 गांवों में मीठा पानी वितरित करने के लिए जलदाय विभाग काफी प्रयास कर रहा है। लेकिन लाइनों के लीकेज व अवैध जल कनेक्शनों के कारण गांवों में अभी तक पानी नहीं पहुंच पाया है। जलदाय विभाग सूत्रों की माने तो ग्रामीणों ने अवैध जल कनेक्शन कर रखे है। इस कारम गांवों के मुख्य जल स्त्रोतों तक पानी नहीं पहुंच रहा है। उधर, ग्रामीणों ने बताया कि जलदाय विभाग को नहरी पानी गांवों में देने की तैयारी नहीं होने से गांवों में पेयजल संकट की स्थिति उत्पन्न हुई है। इसी मुददे को लेकर राजस्थान पत्रिका ने गांवों में अवैध जल कनेक्शन व लीकेज की खबर प्रकाशित कर चेताया था लेकिन जलदाय विभाग की शिथिलता से लोगों को पेयजल संकट से दो-दो हाथ होना पड़ रहा है। जायल तहसील के 120 गांवों में मंगलवार का दिन मीठा नहरी पानी मिलने की उम्मीद लेकर आया था,पर तीन दिन बाद भी तहसील के करीब सौ गांवों में आज तक मीठा पानी नहीं पहुंच पाया। गांवों में पूर्व में स्थानीय नलकूपों से खारे पानी से आपूर्ति होती थी पर मीठा पानी आने से वो सप्लाई भी बंद कर दी गई,नतीजन जायल तहसील के सौ गांवों में पेयजल संकट की स्थिति उत्पन्न हो गई है। समय रहते मीठे पानी की आपूर्ति नहीं की गई तो भंयकर पेयजल संकट पैदा हो सकता है। जलदाय विभाग एईएन संगीता चौधरी ने बताया कि गांवों में पाइप लाइनों की जांच चल रही है,अवैध जल कनेक्शनों के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं। हालही सुरपालिया-डेह साइड के अवैध जल कनेक्शन हटा कर कार्रवाई की जा रही है। जल्द ही जायल के 120 गांवों में मीठा पानी पहुंच जाएगा। लाइनों में पानी की सप्लाई दी जा रही है पर लाइनों में खारा पानी भरा होने से दो-तीन दिन बाद मीठा पानी हर जगह उपलब्ध हो जाएगा।
Published on:
04 May 2018 06:13 pm
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