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बिल जमा कराने के बाद भी नलकूप उपेक्षा का शिकार

बकाया को लेकर डिस्कॉम ने विद्युत कनेक्शन काटा

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Borawar News

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बोरावड़ . कस्बे के सार्वजनिक तालाब के पास स्थित विभिन्न समाजों की श्मशान भूमि पर लगा नलकूप जलदाय विभाग व ग्राम पंचायत की उपेक्षा का शिकार हो चला है, जिसके चलते उसके बिजली बिल बकाया होने से डिस्कॉम ने विद्युत कनैक्शन भी काट दिया, जिससे नलकूप से पेयजलापूर्ति बंद हो जाने से उस पर आश्रित अनुसूचित जाति सहित कई लोगों को पेयजल संकट का सामना भी करना पड़ रहा है। स्वर्णकार समाज बोरावड़ के अध्यक्ष राममनोहर सोनी ने बताया कि करीब चार साल पहले स्वर्णकार समाज के श्मशान भूमि के बाहर एक नलकूप विधायक मद से खुदवाया गया था जिसमें पानी की अच्छी आवक होने से यहां पर करीब सत्रह समाज की श्मशान भूमि के लोगों सहित आस-पास के रहने वाले अनुसूचित जाति व अन्य लोगों के पेयजल का मुख्य स्रोत होने से उन सभी लोगों को राहत मिलने लगी थी। पिछले करीब दो सालों से इस नलकूप का 47 हजार 853 रुपए का विद्युत बिल जमा नहीं करवाने से डिस्कॉम के अधिकारियों ने गत 22 मार्च 2018 को नलकूप का विद्युत कनेशन काट दिया। विद्युत कनेक्शन काटने से नलकूप से पेयजलापूर्ति बंद हो गई जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सोनी ने बताया कि पूर्व में फरवरी 2016 तक का विद्युत बिल पीएचईडी ने 4 मार्च 2016 को जमा करवाया था, इसके बाद बिल किसी ने नहीं भरा, जिसके चलते विद्युत कनेक्शन काटा दिया गया। सोनी ने बताया कि वर्तमान में राज्य सरकारा के आदेश जारी कर दिए जिसकी पेचीदगियों के चलते पीएचईडी ने विद्युत बिल जमा करवाने से हाथ खींच लिए तो ग्राम पंचायत भी बिल जमा करवाने के लिये गम्भीर नजर नहीं आ रही है।

इनको हो रही परेशानी
स्वर्णकार समाज अध्यक्ष सोनी ने बताया कि नलकूप के पास ब्राह्मण, राजपुरोहित, ओसवाल, रावणा राजपूत, वैष्णव, कुम्हार, जांगीड़, खटीक, स्वर्णकार, जीनगर, सेन, सिकलीगर, चौकीदार, गोस्वामी, सरगरा, आचार्य, ओड समाज के लिए श्मशान भूमि है। जिससे यहां किसी भी समाज में व्यक्ति की मृत्यु में शामिल शव यात्रियों के लिये स्नान करने के लिए एकमात्र स्रोत है। वही इस नलकूप से आस-पास के रहने वाले अनुसूचित व अन्य लोगों के लिये भी पेयजल का मुख्य स्रोत है। विद्युत कनैक्शन नहीं होने से इन सभी समाज के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

आखिर कौन भरेगा विद्युत बिल
सोनी ने बताया कि नलकूप का विद्युत बिल पीएचईडी के नाम से आ रहा है तथा पूर्व में भी पीएचईडी ने इसके बिल का भुगतान किया था, इसको लेकर पीएचईडी के सहायक अभियन्ता मकराना, अधीशाषी अभियन्ता मकराना, अधीक्षण अभियन्ता नागौर सहित अतिरिक्त मुख्य अभियन्ता अजमेर व अन्य अधिकारियों को अवगत करवाने के साथ-साथ राजस्थान सम्पर्क पोर्टल पर भी शिकायत दर्ज करवाई मगर अभी तक विद्युत बिल जमा नहीं हुआ।

सभी जगह यही स्थिति
मकराना पंचायत समिति की अधिकांश ग्राम पंचायतो में सिंगल फेस नलकूपों के बकाया को लेकर विद्युत कनेक्शन काटे गये है। केवल जनता जल योजना से खोदे गये नलकूपों के विद्युत बिल ग्राम पंचायत की ओर से जमा करवाने पर वे ही चालु है। पीएचईडी के नाम से जारी हो रखे विद्युत कनेक्शन को लेकर बिल जमा करवाने के लिये पीएचईडी ग्राम पंचायत को जिम्मेदार ठहरा रही है तो ग्राम पंचायत पीएचईडी की जिम्मेदारी बता रही है। यह विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। वही कई नलकूपों के विद्युत बिल बिना सूचना के ग्राम पंचायत के नाम हो गए है जिनको लेकर भी सरपंचो में रोष व्याप्त है।

इनका कहना है
सिगल फेस नलकूप चाहे किसी भी मद से खोदा गया हो उन सभी के विद्युत बिल पंचायत राज ही जमा करवाने के निर्देश है तथा उन्हें ग्राम पंचायत द्वारा ही ही जमा करवाया जाएगा।- आर. एल. मीणा, अधीशासी अभियन्ता, पीएचईडी मकराना

जनता जल योजना से खोदे गये सभी नलकूपों के विद्युत बिल जमा करवाए जा चुके हैं, एक भी बिल बकाया नहीं है, बकाया हो तो हम जिम्मेदार है। जिन नलकूपों के बिल सरपंचों के नाम से है वो सरपंचों की जिम्मेदारी बनती है कि वो जमा करवाये। - शिव दयाल शर्मा, विकास अधिकारी मकराना