
नागौर. राजस्थान सरकार के सार्वजनिक निर्माण विभाग की ओर से गांवों में एक से तीन किलोमीटर लम्बे व 7 मीटर चौड़े टू लेन अटल प्रगति पथ बनाए जाएंगे। गांव की एक मुख्य / महत्त्वपूर्ण सडक़ को अटल प्रगति पथ के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके लिए 10 हजार से अधिक जनसंख्या वाले गांवों का ही चयन किया जाएगा। इसको लेकर सार्वजनिक निर्माण विभाग जयपुर के मुख्य अभियंता (पथ) मुकेश भाटी ने प्रदेश के सभी अतिरिक्ति मुख्य अभियंता, अधीक्षण अभियंता एवं अधिशासी अभियंताओं को दिशा निर्देश जारी किए हैं।
2011 की जनगणना बनेगी रोड़ा
सार्वजनिक निर्माण विभाग ने बजट घोषणा की पालना में अटल प्रगति पथ के निर्माण को लेकर जो दिशा-निर्देश जारी किए हैं, उनमें 10 हजार की जनसंख्या वाली शर्त बड़ी बाधा बन सकती है। मुख्य अभियंता ने बताया कि चयनित गांव की आबादी जनगणना 2011 के अनुसार 10 हजार से अधिक होनी चाहिए। गौरलब है कि 2011 के बाद जनगणना नहीं हुई है, ऐसे में इस योजना में कई बड़े कस्बे लाभान्वित होने से वंचित रह जाएंगे।
जगह होने पर बीच में बनेगा डिवाइडर
अटल प्रगति पथ सीमेंट कंकरीट (सीसी) का होगा, जिसकी यथासंभव चौड़ाई 7 मीटर एवं दोनों तरफ नाली होगी। नाली सडक़ सीमा के अंतिम छोर पर बनाई जाएगी तथा नाली एवं सीसी सडक़ के बीच यदि स्थान उपलब्ध होगा तो इन्टरलॉकिंग ब्लॉक लगाए जाएंगे। जहां पर्याप्त चौड़ाई उपलब्ध रहेगी, वहां पर अधिक चौड़ाई मय डिवाइडर भी प्रस्तावित की जा सकेंगे। साथ ही यूटीलीटी डक्ट डालने का प्रावधान भी शामिल किया जा सकेगा।
स्ट्रीट लाइट भी लगाई जाएंगी
यदि ग्राम पंचायत के स्तर पर स्ट्रीट लाइट के विद्युत व्यय एवं रख-रखाव का खर्च वहन करने की सहमति प्रदान की जाएगी तो अटल प्रगति पथ पर स्ट्रीट लाइट का प्रावधान भी लिया जा सकेगा। जिन गांवों में पूर्व में ही सीसी सडक़ बनी हुई हैं, वहां दुबारा नहीं बनाई जा सकेगी।
Published on:
07 Aug 2024 11:38 am
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