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नागौर

गैंगस्टर आनंदपाल के दो साथी वीसी के जरिए पेश तो एक खुद आया अदालत में

अगली सुनवाई 28 जून को

नागौरMay 30, 2024 / 08:54 pm

Sandeep Pandey

करीब सवा आठ साल पहले जवान खुमाराम व अन्य पर हुई फायरिंग से पहले बाइक पर चढ़ाई थी लग्जरी कार

फायरिंग में घायल हुए कांस्टेबल हरेंद्र डूडी ने दिए बयान

नागौर. करीब सवा आठ साल पहले बाइक सवार दो जनों पर लग्जरी कार चढ़ाकर हत्या का प्रयास करने वाले गैंगस्टर आनंदपाल सिंह का एक साथी बुधवार को अदालत में पेश हुआ, वहीं इस मामले में पहली गवाही हुई। गैंगस्टर आनंदपाल सिंह के तीन अन्य साथियों में से दो ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अपनी उपस्थिति दी तो एक अन्य की हाजिरी माफी स्वीकार की गई।
सूत्रों के अनुसार अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश संख्या-1 देवकुमार खत्री की अदालत में बुधवार को इस मामले की सुनवाई थी। वारदात नागौर के पांचौड़ी थाना इलाके में 21 मार्च 2016 की है, जिस दिन कांस्टेबल खुमाराम शहीद हुआ था। गाड़ी में आनंदपाल के साथ बलवीर उर्फ बबलू निवासी निमोद, कुलदीप उर्फ टीकू निवासी नीम का थाना, आजाद सिंह निवासी लाडनूं और महिपाल सिंह उर्फ मोंटी थे। कंट्रोल रूम से आनंदपाल व उसके साथियों के एक लग्जरी कार में आने की सूचना मिली। गुढ़ा भगवान दास से नागौर की तरफ थोड़ा आगे सूचना के बाद पुलिस ने कुछ लोगों के साथ लग्जरी कार रोकने की प्लानिंग की। इसमें शामिल खड़काली निवासी लालूराम उर्फ लालाराम और ओमप्रकाश बाइक पर सवार थे तब आनंदपाल की गाड़ी उन्हें टक्कर मारते आगे चली गई। बाद में फायरिंग में पुलिस जवान खुमाराम शहीद हो गया था। उसके साथी हरेंद्र डूडी व अन्य भी घायल हुए थे।
यह मामला पहले पुलिस ने दुर्घटना में दर्ज किया। बाद में हत्या के प्रयास में बदल दिया। करीब सवा आठ साल बाद आरोपी कुलदीप व आजाद सिंह वीसी के जरिए पेश हुए तो एक अन्य आरोपी बलवीर उर्फ बल्लू की हाजिरी माफी पेश हुई, जिसे स्वीकार कर लिया। आनंदपाल सिंह का एक साथी महिपाल सिंह उर्फ मोंटी अपने एडवोकेट महावीर विश्नोई व कुलदीप सिंह राठौड़ के साथ पेश हुआ।
इतने साल बाद पहली गवाही

सूत्रों से पता चला है कि सुनवाई के दौरान पुलिस जवान हरेंद्र डूडी ने अपने बयान दर्ज कराए। हरेंद्र इस वारदात में खुद घायल हुआ था। बताते चलें कि वारदात के बाद से घायल मोटर साइकिल सवार लालूराम उर्फ लालाराम और ओमप्रकाश को कोई मुआवजा नहीं मिला है। गवाही भी यह पहली ही है।
इनका कहना

गैंगस्टर आनंदपाल की गाड़ी से बाइक सवार को जान से मारने के प्रयास के मामले में पहली गवाही हुई। चार में से दो आरोपी वीसी के जरिए तो एक व्यक्तिगत रूप से पेश हुआ। अगली सुनवाई 28 जून को है।
गोपाल राम गोदारा, लोक अभियोजक नागौर

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लालच में गंवाए 12 लाख, अब पहुंचा थाने

नागौर. घर बैठे मोटी कमाई का लालच फिर एक जने को बारह लाख की चपत लगा गया। पीडि़त ने मामला सदर थाने में दर्ज कराया है।
पुलिस के अनुसार सिंवर निवासी मनोहर लाल जाट ने रिपोर्ट देकर बताया कि उसने इंस्टाग्राम पर 11 मई को एक विज्ञापन देखा, इस पर दिए गए नंबर पर मैसेज किया तो उधर से घर बैठे मोटी कमाई का संदेश मिला। उसने पहले निवेश पर कुछ प्रोफिट भी दिया फिर टेलीग्राम का लिंक भेज दिया। उसे बार-बार पैसा देते रहे । वो जमा कराने के बाद गलती होने पर और जमा करने की कहता रहा। बाद में उसने कहा कि आपने गलती कर दी, अब आपका एकाउंट फ्रीज हो गया। अब तुम्हें आठ लाख रुपए और देने पड़ेंगे तब आपको प्रोफिट के साथ रिफण्ड मिलेगा। उसने जमा कराने से मना कर दिया तो एकाउंट फ्रीज कर दिया। केवल बीस दिन में उसने करीब बारह लाख रुपए अलग-अलग किस्तों में जमा कर दिए थे। असल में अकेले मनोहर लाल जाट ही नहीं करीब छह महीने में नागौर जिले में सौ से अधिक मामले इसी तरह के दर्ज हुए हैं।

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