
साल 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में, यानी पिछले विधानसभा चुनाव में इस विधानसभा सीट पर कुल 204804 मतदाता थे, और उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार दिलीप गुर्जर को 83823 वोट देकर विजयश्री प्रदान की थी, और विधायक बना दिया था, जबकि बीजेपी उम्मीदवार दिलीप सिंह शेखावत को 78706 मतदाताओं का भरोसा हासिल हो पाया था, और वह 5117 वोटों से चुनाव हार गए थे।
साल 2013 में हुए विधानसभा चुनाव में नागदा-खाचरौद विधानसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार दिलीप सिंह शेखावत ने जीत हासिल की थी, और उन्हें 78036 मतदाताओं का समर्थन मिला था. विधानसभा चुनाव 2013 के दौरान इस सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार दिलीप गुर्जर को 61921 वोट मिल पाए थे, और वह 16115 वोटों के अंतर से दूसरे पायदान पर रह गए थे।
साल 2008 में नागदा-खाचरौद विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार दिलीप सिंह गुर्जर को कुल 57229 वोट हासिल हुए थे, और वह विधानसभा पहुंचे थे, जबकि बाजेपी प्रत्याशी दिलीप सिंह शेखावत दूसरे पायदान पर रह गए थे, क्योंकि उन्हें 47337 वोटरों का ही समर्थन मिल पाया था, और वह 9892 वोटों से चुनाव में पिछड़ गए थे।
राजनीतिक इतिहास
नागदा सीट के राजनीतिक इतिहास की बात करें तो साल 1990 में बीजेपी के लालसिंह राणावत को विजयश्री हासिल हुई थी। ऐसा ही कुछ साल 2013 में भी दोहराया गया था। उस समय पार्टी के प्रत्याशी दिलीप शेखावत को जनता ने अपना प्रतिनिधि चुना था, लेकिन इसके विपरीत कांग्रेस की बात की जाए तो उन्होंने यहां के जातिगत समीकरण को देखते हुए पिछड़ा वर्ग के दिलीप गुर्जर को ही अपना प्रत्याशी बनाए रखा। यही कारण है कि उन्हें बीजेपी के मुकाबले विधानसभा चुनाव में अधिक बार जीत मिली। 1990 के बाद के चुनाव परिणाम बताते हैं कि 3 बार कांग्रेस तो 3 बार बीजेपी को भी जीत मिली है। इस दौरान एक बार निर्दलीय प्रत्याशी को जीत मिली है।
Updated on:
04 Dec 2023 09:50 am
Published on:
01 Nov 2023 12:19 pm
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