Narayanpur News: अबूझमाड़ के वाला पांगुड के जंगल मे 3 दिसम्बर को पुलिस नक्सली मुठभेड़ हो गई थी। इस मुठभेड़ में डीआरजी का प्रधान आरक्षक शहीद हो गया था। इस मुठभेड़ के 4 दिन बाद पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। इस मुठभेड़ के बाद सुरक्षा बलों की टीम में जंगल नक्सलियों के हथियार बनाने की फैक्ट्री को ध्वस्त कर दिया है। इस फैक्ट्री में पुलिस को भारी मात्रा में रसोई गैस सिलेंडर, वेल्डिंग सिलेंडर, वेल्डिंग मशीन सहित बड़ी मात्रा में दैनिक उपयोग की सामग्री बरामद की थी। बता दें कि जवानों की ताबड़तोड़ कार्रवाई से नक्सलियों तक हथियार की सप्लाई लगभग ठप हो गई है।
नक्सल संगठन को बड़ा झटका
ऐसे में नक्सली हथियार बनाने की मशीन से देसी बंदूक तैयार कर रहे हैं। बीएसएफ और डीआरजी की कार्रवाई से एक बार फिर नक्सल संगठन को बड़ा झटका लगा है। एसपी प्रभात कुमार ने बताया कि कुछ दिनों से कोंगे, पागुड़, सोनपुर -कोहकामेटा में नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना मिल रही थी।
सूचना पर संयुक्त टीम को नक्सलियों के पीछे लगाया गया था। गश्त पर निकली टीम की पांगुड़ गांव के जंगल में नक्सलियों से मुठभेड़ हो गई। मुठभेड़ में जवानों को भारी पड़ता देख नक्सली भाग खड़े हुए। मौके पर सर्च ऑपरेशन चलाया गया।
कई खतरनाक सामग्री बरामद
सर्चिंग के दौरान तीन दिसंबर को वाला-पांगुड़ के जंगल में सुरक्षा बलों को बैरल ग्रेनेड लांचर (बीजीएल) व भरमार बंदूक बनाने में इस्तेमाल की जाने वाली हथियार बनाने की मशीन सहित रसोई गैस सिलेंडर, वेल्डिंग गैस सिलेंडर, फोल्डेबल चेयर, डेटोनेटर, नक्सली वर्दी, पिट्ठू बैंग, सोलर प्लेट, बड़ी संदुके, तेल टिन, साबून एवं भारी मात्रा में नक्सल साहित्य सहित अन्य नक्सली दैनिक उपयोगी सामग्री मिली है