
चर्च में आगजनी केस का खुलासा : आगजनी करके 'राम' लिखने वाले 3 आरोपी धराए, टारगेट पर थे कई धर्मस्थल
मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम जिले के अंतर्गत आने वाले इटारसी के खेड़ा चर्च और सुखतवा के प्रार्थना हॉल में आगजनी करने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। घटना के पीछे रामचरित मानस को जलाने के विरोध का कारण सामने आया है, हालांकि ये दोनों आरोपी किसी संगठन से नहीं हैं, बल्कि खुद ही उन्होंने घटना को अंजाम दिया था। एसपी डॉ. गुरुकरन सिंह ने मंगलवार दोपहर में घटनाक्रम का खुलासा करते हुए बताया कि, 12 फरवरी को सुखतवा के चौकीपुरा के चर्च में खिड़की की जाली तोड़कर चर्च में घुसकर आगजनी करने सहित इसके पूर्व इटारसी खेड़ा ईसीआई चर्च के गेट को जलाने की घटना के आरोपी पकड़ लिए गए हैं।
इटारसी-केसला की तीन पुलिस टीमों ने सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी संसाधनों की मदद से साक्ष्य जुटाए। 13 फरवरी को मुख्य संदेही अवनीश पांडे उत्तर प्रदेश के अयोध्या का रहने वाला है। मौजूदा समय में रेलवे क्वार्टर 12 बंगला इटारसी में रह रहा था। पूछताछ में पता चला कि, उसका साथी आकाश तिवारी जो उत्तर प्रदेश के झांसी का रहने वाला है, उसे गूगल लोकेशन पर चर्च और मजारों की लोकेशन और फोटो भेजता था। इसके आधार पर टारगेट कर मुख्य आरोपी अवनीश पांडे ने उक्त दोनों आगजनी की घटनाएं करते थे। इस काम के बदले उसे दोनों ही बार आकाश तिवारी ने ऑनलाइन पैसे भी भेजे थे।
मास्टर माइंड आकाश तिवारी को पकड़कर ला रही पुलिस
उक्त घटनाक्रम के मास्टर माइंड आकाश तिवारी को पुलिस टीम उत्तर प्रदेश के झांसी से पकड़कर इटारसी ला रही है। आकाश की योजना इटारसी के साथ ही नर्मदापुरम और भोपाल आदि स्थानों के चर्च और मजार को जलाने की थी। लोकेशन, फोटो अवनीश पांडे को भेजे थे। एसपी सिंह ने बताया कि, इटारसी - सुखतवा की दोनों ही घटनाओं के आरोपी 24 वर्षीय अवनीश पिता शोभाराम पांडे निवासी अयोध्या उतत्र प्रदेश और सुखतवा की घटना के अन्य आरोपी शिवा राय निवासी इटारसी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर जेल भेजा जा रहा है। मास्टर माइंड आकाश तिवारी को भी विशेष पुलिस ने मंगलवार की सुबह गिरफ्तार कर लिया है।
पैसों का लोभ था आरोपियों को
उक्त गिरफ्तार दोनों आरोपियों को पैसों के लालच में घटनाओं को अंजाम देना कबूल किया है। इनके मन में धर्म के प्रति कुछ काम करने की भी मंशा रहती थी। इसके पहले भी इन्होंने कई घटनाओं को अंजाम देना कबूला है। बताया ये भी जा रहा है कि, इस कृत्य के मास्टर माइंड आकाश तिवारी के कहने पर ये प्रदेश के अलग अलग शहरों में आगामी एक महीने के भीतर ये बड़ी घटनाओं को अंजाम देने की तैयारी कर रहे थे। लेकिन, इससे पहले की ये तीनों आरोपी मिलकर किसी बड़े साम्प्रदायिक सोहार्द बिगाड़ने की वारदात को अंजाम देते नर्मदापुरम पुलिस ने इन्हें दबोच लिया।
एमबीए की पढ़ाई कर चुका है आरोपी
आरोपी अवनीश पांडे ने एमबीए की पढ़ाई की है। रेलवे में भी टे्रनिंग ले चुका है। इसके साथ ही मौजूदा समय में ये भोपाल में एक शोरूम में नौकरी कर रहा था। झांसी का रहने वाला मास्टरमाइंड आकाश तिवारी ने इसे इटारसी, नर्मदापुरम, भोपाल समेत अन्य कई शहरों में स्थित धार्मिक स्थलों की तस्वीरें भेजी थीं। तय रणनीति के अनुसार, तीनों आरोपी मिलकर कई धर्म स्थलों पर बड़ी वारदातों को अंजाम देते, जिससे देश का सांप्रदायिक सोहार्द बिगड़ना तय था। हालांकि, नर्मदापुरम पुलिस ने समय रहते इन्हें गिरफ्तार करके देश को अनजाने संकट से बचा लिया।
चार थानों की पुलिस की तत्परता से बड़ा केस सुलझा
एसपी डॉ. गुरुकरन सिंह ने बताया कि, आरोपियों को पकड़ने के लिए 4 थाना प्रभारियों के नेतृत्व में कई अलग अलग टीमें गठित की गई थीं। टीम ने इटारसी - सुखतवा चर्च में आगजनी करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया। साथ ही, पुलिस की एक टीम ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश के झांसी में रहने वाले इन वारदातों के मास्टर माइंड आकाश तिवारी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस उसे भी पकड़कर नर्मदापुरम ला रही है।
Published on:
14 Feb 2023 04:26 pm
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