श्री रामलला सरकार का दरबार मध्यप्रदेश में लग रहा है, वे दरबार में आनेवाले लोगों से बिना पूछे ही उनकी समस्या और उनका समाधान बताएंगे, दरबार में आनेवाले लोगों से इस बात का एक भी रुपया नहीं लिया जाएगा।
नरसिंहपुर. आयोध्या छोटी छावनी के श्री रामलला सरकार का दरबार मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर शहर में लग रहा है, जिसमें वे दरबार में आनेवाले लोगों से बिना पूछे ही उनकी समस्या और उनका समाधान बताएंगे, दरबार में आनेवाले लोगों से इस बात का एक भी रुपया नहीं लिया जाएगा।
श्री रामलला सरकार का सत्संग दादा महाराज परिसर में 15 अप्रैल दोपहर 2 बजे से शाम 6 बजे तक होगा, इस दौरान भगवान राम की कथा और प्रवचन के साथ ही संगीतमय भजनों की प्रस्तुति भी दी जाएगी। अच्छी बात यह है कि खुद रामलला सरकार ने म्यूजिक से एमए किया है, ऐसे में वे बहुत अच्छा हारमोनियम बजाते हुए भजनों की मधुर प्रस्तुति देते हैं। इस दौरान श्री रामलला का दरबार आकर्षक तरीके से सजाया जाएगा।
आपको बतादें कि जिस प्रकार मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित बागेश्वर धाम प्रमुख पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री दरबार लगाकर लोगों से बगैर पूछे उनकी समस्याओं के बारे में बताते हुए उनका हल बताते हैं, उसी प्रकार आयोध्या छोटी छावनी के श्री रामलला सरकार भी बगैर पूछे अपरिचित लोगों के नाम, पते व उनकी कई पीढ़ियों के बारे में बताते हुए उनकी समस्याओं के बारे में बताकर उनका हल भी धार्मिक तरीके से बताते हैं, यही कारण है कि उनके दरबार में भी हजारों की संख्या में लोग पहुंचते हैं।
मां कामाख्या की साधना, श्रीरामलला की कृपा
आयोध्या छोटी छावनी के रामलला सरकार ने बताया कि उन्होंने 13-14 साल की उम्र में ही मां कामाख्या की साधना कर सिद्धि प्राप्त की है, भगवान श्री रामलला की उन पर असीम कृपा है, उनका कहना है कि चमत्कार तो भगवान ही कर सकते हैं, भगवान ही किसी व्यक्ति में प्राण डाल सकते हैं, हम तो भगवान के दास हैं, जो लोगों का मंगल करने उनकी समस्याओं को दूर करने के सरल, सहज और धार्मिक तरीके से बताते हैं, उनका कहना है कि इस सिद्धि का सदुपयोग करना चाहिए, ताकि लोगों की तकलीफें दूर हों। वे अपने दरबार में आने वाले लोगों के भूतकाल, वर्तमान और भविष्य तीनों के बारे में बताते हैं, यही नहीं वे लोगों से बगैर पूछे उनका नाम, उनके माता-पिता का नाम और उनकी कई पीढ़ियों के बारे में चंद मिनटों में बता देते हैं।