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BIG BREAKING बीजेपी विधायक जालम सिंह के बेटे मोनू पटेल की मौत

मौत के कारणों का अभी नहीं चल पाया है पता..नरसिंहपुर में शोक की लहर

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नरसिंहपुर. नरसिंहपुर से इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही है। बीजेपी के विधायक और पूर्व मंत्री जालम सिंह पटेल के बेटे मणिनागेन्द्र सिंह पटेल उर्फ मोनू पटेल की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। मोनू पटेल की जिले के युवाओं में काफी पकड़ थी और उनकी मौत की खबर से गोटेगांव सहित पूरे नरसिंहपुर जिले में शोक का माहौल है। बताया जा रहा है कि मोनू पटेल 30 अप्रैल की दोपहर को अपने कमरे में गए थे और जब शाम तक बाहर नहीं निकले तो करीब 6 बजे परिवार के लोगों ने कमरे में जाकर देखा तो मोनू अचेत हालत में पड़े हुए थे। कुछ लोगों का ये भी कहना है कि उनकी नाक से खून निकला था। हालांकि अभी तक ये स्पष्ट नहीं हो पाया है कि मोनू पटेल की मौत कैसे हुई है।

युवाओं में शोक की लहर

मोनू पटेल नरसिंहपुर की राजनीति में तेजी से उभरते नजर आ रहे थे। पिता के साथ राजनैतिक कार्यक्रमों के अलावा वो खुद भी कई तरह के कार्यक्रमों का आयोजन करते रहते थे। जिसके कारण जिले के ही नहीं बल्कि आसपास के जिलों में भी मोनू पटेल युवाओं में खासे लोकप्रिय थे। ऐसे अचानक मोनू पटेल की मौत की खबर सामने आने से उनके प्रशंसक हैरान हैं।

कुछ दिन पहले ही हाईकोर्ट से आपराधिक प्रकरण में बरी हुआ था
ज्ञात हो कि अभी कुछ दिन पहले ही नरसिंहपुर से भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री जालम सिंह पटेल और उनके बेटे मोनू पटेल को जबलपुर की विशेष अदालत से बड़ी राहत मिल गई थी। दोनों हत्या की कोशिश के मामले में आरोपी थे. विशेष अदालत ने पिता-पुत्र दोनों को दोषमुक्त करार दिया गया। विधायकों के लिए बनी विशेष अदालत ने बीजेपी विधायक जालम सिंह पटेल समेत और उनके बेटे मोनू दोनों को हत्या की कोशिश के मामले से दोषमुक्त कर दिया। ये मामला नवंबर 2014 का है जब गोटेगांव के एक शख्स ने विधायक, उनके पुत्र और गार्ड पर मारपीट कर हत्या की कोशिश का आरोप लगाया था। तब से केस कोर्ट में चल रहा था, इस पर विशेष अदालत ने पिछले दिनों फैसला सुनाया था।

गोटेगांव निवासी गोविंद केटले पर हुआ था हमला
18 नवंबर 2014 को गोटेगांव में रहने वाले गोविंद केटले ने विधायक जालम सिंह पटेल, उनके बेटे मोनू उर्फ मणि नागेंद्र पटेल और गार्ड शरद बरकडे पर ये संगीन आरोप लगाया था. केटले की शिकायत के मुताबिक इन तीनों ने मिलकर गोटेगांव के सरकारी अस्पताल में उन पर लाठी-डंडे से हमला कर दिया था. तीनों ने बुरी तरह मारपीट कर उनकी हत्या की कोशिश की थी.