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किसानों के लिए बड़ी खबर: उपराष्ट्रपति का ऐलान- सीधे बैंक खाते में मिले सरकारी सब्सिडी

MP Farmers: मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने किया ऐलान, बोले, किसानों को सीधी सब्सिडी देने की बात पर इंडियन काउंसिल एग्रीकल्चर रिसर्च ध्यान देगी...

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Vice President Jagdeep dhankhar in MP

Vice President Jagdeep dhankhar in MP- फोटो- पत्रिका.

MP Farmers: राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ (jagdeep dhankhar) ने कहा कि किसान की आमदनी में उत्थान आएगा, जब हर सहायता किसान को सीधी मिलेगी। अमेरिका वो देश है, जहां किसान परिवार की आय सामान्य परिवार की आय से ज़्यादा है। इसका एक आधार है कि किसान को सीधे सरकारी सहायता मिलती है। हमारे यहां खाद समेत कई तरह की सब्सिडी हैं पर वो अप्रत्यक्ष है। यदि वो सब सीधी किसान को दी जाए तो मेरा आंकलन है कि हर किसान को हर साल कम से कम 35,000 रुपए मिलेंगे।

बता दें कि धनखड़ ने ये बातें मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर (Vice President in MP) में ‘कृषि उद्योग समागम’ के उद्घाटन समारोह में कहीं। उन्होंने कहा कि किसानों को सीधी सब्सिडी देने की बात पर इंडियन काउंसिल एग्रीकल्चर रिसर्च ध्यान देगी। उन्होंने कहा कि सरकार किसान की हर तरीके से मदद कर रही है। पीएम सम्मान निधि सीधे किसान के खाते में जाती है लेकिन आवश्यकता है कि उसे अन्य जो भी सहायता मिले वह सीधी किसान के खाते में जाए। इससे किसान को बहुत बड़ा फायदा होगा।

खेती की लागत कम करेंगे सोलर पंप: मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री के ज्ञान संदेश के आधार पर सरकार ने मिशन मोड पर 4 प्रोजेक्ट शुरू किए हैं। उसमें कृषि जगत की उन्नति प्रमुख है। खेती की लागत कम करने के लिए 32 लाख किसानों को सोलर एनर्जी पंप बांटे जाने का लक्ष्य रखा है। इस पर सरकार 90 प्रतिशत सब्सिडी देगी। हम फसल उत्पादन में बहुत आगे है, पर कृषि आधारित फूड प्रोसेसिंग कम है। इसे बढ़ाने कृषि उद्योग समागम का आयोजन किया है। नरसिंहपुर में 102 हेक्टेयर में नया इंडस्ट्रियल पार्क विकसित किया जा रहा है। छिंदवाड़ा के बोरगांव, मंडला के मनेरी में भी हम 52 हेक्टेयर में फूड पार्क बना रहे हैं। किसान सब्सिडी से जो यंत्र चाहेंगे सरकार देने के लिए तैयार है।

विकसित भारत का रास्ता किसान के खेतों से

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि किसान देश के भाग्य विधाता हैं, कृषि और किसान देश की रीढ़ की हड्डी हैं। विकसित भारत का रास्ता किसानों के खेतों से होकर जाता है। भारत दुनिया की चौथी अर्थव्यवस्था कृषि और किसानों के योगदान से ही बनी है। यह बदलाव किसानों की मेहनत और उद्यमशीलता के कारण संभव हो पाया है। उन्होंने किसानों से आग्रह किया कि वे केवल उत्पादन तक सीमित न रहें, बल्कि उद्यमी बनें। किसान को हर तरीके से सरकार मदद कर रही है। पीएम सम्मान निधि सीधे किसान के खाते में जाती है, पर अब आवश्यकता है कि बाकी सहायता जो किसान को मिल रही है, वो सीधे किसान के खाते में जाए, इससे किसान को बड़ा फायदा होगा।

किसानों को लाभ

राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा कि नरसिंहपुर जिला प्रदेश की आध्यात्मिक विरासत को संजोकर रखने वाला प्रमुख केंद्र है। प्रदेश में कृषि मेलों और कृषि उद्योग समागमों से किसानों को भरपूर लाभ दिया जा रहा है। कार्यक्रम में पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल, नागरिक आपूर्ति मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, खाद्य प्रसंस्करण मंत्री नारायण कुशवाहा, परिवहन मंत्री उदय प्रताप सहित और उद्योगपति मौजूद रहे। यहां चल रही प्रदर्शनी 28 मई तक जारी रहेगी।

अगला कृषि मेला सतना में

मुख्यमंत्री ने कहा पहला कृषि मेला सीतामऊ (मंदसौर) में हुआ, इसके बाद नरसिंहपुर में चल रहा है। तीसरा कृषि मेला जुलाई में सतना और चौथा कृषि मेला चंबल के मुरैना में आयोजित होगा। 12 से 14 अक्टूबर तक राज्यस्तरीय कृषि मेला सीहोर में होगा।


सेना ने हर भारतीय का किया सिर ऊंचा


धनखड़ ने कहा कि हमारी सेनाओं के पराक्रम ने हर भारतीय का सिर ऊंचा कर दिया है। हम शान से कहते हैं, हम भारतीय हैं, भारत बदल चुका है, भारत अब आतंकवाद को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगा। जो 70 साल में नहीं हुआ, वो कठोर निर्णय भारत के प्रधानमंत्री ने लिया। पाकिस्तान का पानी बंद कर दिया और कहा खून और पानी एक साथ नहीं बहेगा, ये बहुत बड़ा संदेश दिया है। जिनका सिंदूर उजड़ा उनकी लाज रखी है। उन्होंने कहा कि आज पूरा देश राष्ट्र-भावना से ओत-प्रोत है। आतंकवाद के खिलाफ एकजुट है।

4,376 करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले, 6100 रोजगार होंगे सृजित

इस समागम में 52 इकाइयों से 4,376 करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। इनसे 6100 रोजगार के अवसर सृजित होंगे। इस मौके पर 2381 करोड़ रुपए लागत की 15 औद्योगिक इकाइयों को आवंटन और आशय पत्र भी सौंपे। इस मेले से लगभग 1300 करोड़ रुपए से ज्यादा के उद्योग के नए संकल्प पूरे होकर जल्द ही वह आकार साकार होगा। नरसिंहपुर में 14 औद्योगिक इकाइयों का लोकार्पण, 16 इकाइयों का भूमिपूजन भी हुआ।

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