
नरसिंहपुर. चीचली ब्लॉक में बच्चों में मीजल्स संक्रमण की चपेट में आने का कारण स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही है। राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) की संचालक ने खुलासा किया है कि टीकाकरण में लापरवाही से मीजल्स फैला। बच्चों को मीजल्स से बचाने वाले एमआर टीके के दोनों डोज नहीं लगाए गए। मीजल्स संक्रमण के कारण ब्लाक में 18 जनवरी तक अवकाश घोषित कर स्कूल भी बंद कराए जा चुके हैं.
चीचली, सूखाखैरी, रायपुर में 79 बच्चों को मीजल्स हुआ, यहां 19 बच्चों को ही एमआर के दोनों डोज लगे थे। बाकी 60 को एक ही डोज लगाया गया। स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार मीजल्स से बचाने बच्चों को एमआर का पहला डोज 0-9 माह व दूसरा डोज 16 माह में लगाते हैं। टीकाकरण में हुई लापरवाही का खुलासा एनएचएम संचालक के कलेक्टर को लिखे पत्र से हुआ है।
लक्ष्य भी अधूरे
जिले में टीकाकरण का लक्ष्य 30 हजार था। अब तक 17 हजार बच्चों को ही टीके लगाए। रिपोर्ट के अनुसार, नगर पंचायत चीचली के 9 वार्डों में 97 केस मिले। आसपास के 8 क्षेत्रों में 12 समेत 109 केस हैं। इनमें 9 माह से 2 वर्ष के बच्चों के 7, 2-5 वर्ष के 56, 5-10 वर्ष के 42 , 10-15 वर्ष के 3 और 15 वर्ष से उपर का 1 केस है। जिला टीकाकरण अधिकारी ने बताया, दो माह में लक्ष्य हासिल करेंगे।
चीचली ब्लॉक के तीन गांवों में मीजल्स का संक्रमण फैलने के बाद प्रशासन ने एहतियातन स्कूल बंद कर दिए थे। यहां के चीचली, सूखाखैरी, रायपुर गांव में 22 बच्चे मीजल्स से संक्रमित हुए हैं। इनमें चार की हालत गंभीर है। अन्य बच्चों में संक्रमण न फैले, शिक्षा विभाग ने यहां के सभी निजी और सरकारी स्कूलों में 18 जनवरी तक अवकाश घोषित कर दिया है। इससे पहले इमलिया रामखेड़ी सहित नरसिंहपुर के सुआतला, पलोहा में चिकन पॉक्स के 17 मरीज मिले हैं।
Published on:
18 Jan 2023 10:38 am
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