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1400 नर्सों और पैरामेडिकल स्टाफ को मिली स्थायी नौकरी, CM रेखा गुप्ता का बड़ा ऐलान

CM Rekha Gupta: दिल्ली सरकार ने ऐतिहासिक कदम उठाते हुए 1,388 नर्सों और 41 पैरामेडिकल स्टाफ को स्थायी नौकरी दे दी है।

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता (Photo-IANS)

CM Rekha Gupta: दिल्ली सरकार ने स्वास्थ्य क्षेत्र में ऐतिहासिक कदम उठाते हुए सोमवार को 1,388 नर्सों और 41 पैरामेडिकल स्टाफ को स्थायी नौकरी दे दी। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने विज्ञान भवन में आयोजित समारोह में नियुक्ति पत्र सौंपे। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने इसे दिल्ली के स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करने की दिशा में बड़ा कदम बताया। उन्होंने कहा कि कई वर्षों तक राष्ट्रीय राजधानी में लोगों को स्थायी नौकरी देने में पिछली सरकारें विफल रहीं। रेखा गुप्ता ने कहा, यह एक ऐतिहासिक क्षण है जब कई सालों के बाद नर्सों को स्थायी नियुक्ति पत्र दिए जा रहे हैं। इससे दिल्ली के अस्पतालों में स्टाफ की कमी दूर होगी और मरीजों को बेहतर इलाज मिलेगा।

स्वास्थ्य सेवाओं को चौखट तक पहुंचाएगी 'आयुष्मान भारत वैन'

कार्यक्रम में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने 'आयुष्मान भारत योजना' के तहत पंजीकरण वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह वैन दिल्ली के हर नागरिक को उनके घर या इलाके में जाकर आयुष्मान भारत कार्ड के लिए पंजीकरण की सुविधा देगी, ताकि कोई भी नागरिक देश की सबसे बड़ी स्वास्थ्य सुरक्षा योजना से वंचित न रह जाए। रेखा गुप्ता ने कहा कि यह पहल दिल्ली के हर नागरिक को स्वास्थ्य सुरक्षा कवच देने और सरकारी योजनाओं का लाभ सीधे घर तक पहुंचाने का प्रयास है।

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पिछली सरकारों पर रेखा गुप्ता का हमला

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने इस मौके पर पिछली सरकारों और खासकर आम आदमी पार्टी की सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, दिल्ली देश की राजधानी है, लेकिन पिछले 27 सालों में सरकारें प्रति 1000 लोगों पर 0.42 अस्पताल बेड भी उपलब्ध नहीं करा सकीं। 38 सरकारी अस्पतालों में सिर्फ 6 एमआरआई मशीनें और 12 सीटी स्कैन मशीनें थीं। मरीज अस्पताल आते थे लेकिन उन्हें गेट से ही लौटना पड़ता था।

दवाईयों, मशीनरी और डॉक्टरों की थी भारी कमी

उन्होंने दावा किया कि दिल्ली में दवाइयों, मशीनरी, तकनीकी संसाधनों, डॉक्टरों, नर्सों और पैरामेडिकल स्टाफ की भारी कमी थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि मरीजों को उचित इलाज न मिल पाने के कारण लोगों को निजी अस्पतालों पर निर्भर रहना पड़ता था, जिससे गरीब और निम्न-मध्यम वर्ग को भारी आर्थिक बोझ उठाना पड़ता था।

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मोहल्ला क्लीनिक में भ्रष्टाचार के आरोप

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने आम आदमी पार्टी पर हमला बोलते हुए कहा कि पिछली सरकार ने वर्ल्ड क्लास हेल्थ मॉडल की बात तो की, लेकिन मोहल्ला क्लीनिक के नाम पर करोड़ों रुपये का घोटाला किया। उन्होंने आरोप लगाया, मोहल्ला क्लीनिक में दवाइयों की खरीद में घपला किया गया। फर्जी मरीजों की संख्या दिखाकर प्रति मरीज के हिसाब से पैसे लिए गए। 200 मरीजों का पर्चा एक दिन में बनाकर पैसे निकाले गए। अस्पतालों की इमारतों और कर्मचारियों के कॉन्ट्रैक्ट में भी भ्रष्टाचार हुआ।

स्वास्थ्य व्यवस्था में बदलाव का दावा

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि दिल्ली सरकार का लक्ष्य है कि किसी भी मरीज को इलाज के अभाव में अस्पताल से लौटना न पड़े। उन्होंने दावा किया कि नर्सों और पैरामेडिकल स्टाफ की स्थायी नियुक्ति से सरकारी अस्पतालों में काम का दबाव कम होगा और मरीजों को समय पर इलाज और देखभाल मिल सकेगी। उन्होंने कहा कि यह केवल एक शुरुआत है और आने वाले समय में दिल्ली में स्वास्थ्य क्षेत्र में और सुधार किए जाएंगे, ताकि हर नागरिक को गुणवत्तापूर्ण इलाज मिल सके और दिल्ली देश में हेल्थ मॉडल के रूप में पहचान बना सके।