7 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Dog Bites: देश में 37 लाख से ज्यादा डॉग बाइट्स के मामले, मंत्री ने दी जानकारी, सुप्रीम कोर्ट ने Rabies से मौतों पर लिया संज्ञान

Dog Bites: भारत में डॉग बाइट्स और रेबीज से होने वाली मौत के आंकड़े डराने वाले हैं। महाराष्ट्र और तमिलनाडु में सबसे ज्यादा डॉग बाइट्स के मामले सामने आए। सुप्रीम कोर्ट ने भी इसपर स्वत: संज्ञान लिया है।

2 min read
Google source verification
Dog Bites Data

देश में 2024 में 37 लाख से ज्यादा डॉग बाइट्स के मामले सामने आए. (Photo: Patrika)

Dog Bites Deaths: भारत में डॉग बाइट्स और रैबिज से मौत (Rabies Deaths In India) के मामलों में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है जबकि दुनिया के दूसरे कई मुल्कों ने रैबिज से मुक्ति पा ली है। इस बारे में लोकसभा में मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी राज्यमंत्री एसपी सिंह बघेल (SP Singh Baghel) ने जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वर्ष 2024 में 37 लाख से ज्यादा डॉग बाइट्स के मामले आए और 54 लोगों की रेबीज से मौत हुई। मंत्री ने बताया कि राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (NCDC) द्वारा राष्ट्रीय रेबीज नियंत्रण कार्यक्रम के तहत राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में हुई घटनाओं को एकत्र करके पेश किया जाता है।

डॉग बाइट्स के मामलों में महाराष्ट्र टॉप पर

Dog Bites in Maharashtra: भारत में डॉग बाइट्स के सर्वाधिक मामले महाराष्ट्र और तमिलनाडु में सामने आए। महाराष्ट्र में सर्वाधिक 4,85,345 डॉग बाइट्स के मामले जबकि तमिलनाडु में 4,80,427 मामले (Dog Bites in Tamilnadu) सामने आए। तमिलनाडु देश में दूसरे स्थान पर रहा जबकि 3,92,837 डॉग बाइट्स मामलों के साथ गुजरात तीसरे स्थान पर रहा। कर्नाटक 3,61,494 मामलों के साथ चौथे स्थान पर रहा। बिहार में 2,63,930 और केरल में 1,15,046 डॉग बाइट्स के मामले सामने आए। दिल्ली में सिर्फ 25,210 मामले ही सामने आए लेकिन चिंता की बात यह है कि यहां डॉग बाइट्स के मामलों में साल दर साल 144 फीसदी बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

भारत में साल दर साल बढ़ रहे डॉग बाइट्स के मामले

भारत में वर्ष 2023 में डॉग बाइट्स के 30.5 लाख मामले दर्ज कराए गए जबकि वर्ष 2022 में 21.9 लाख मामले सामने आए थ। चिंता की बात यह है कि डॉग बाइट्स से पीड़ित हर सातवां शख्स बच्चा है। कर्नाटक में पिछले 6 महीनों के भीतर ही 2.3 लाख से ज्यादा कुत्तों के काटने के मामले सामने आए हैं। वहां इसी अवधि के दौरान 19 लोगों की रेबीज से मौत हो चुकी है। कर्नाटक में हर महीने औसतन 2200 कुत्तों के काट खाने के मामले सामने आते हैं। रेबीज के मामलों में से 99 फीसदी मामले कुत्तों के काटने से होती है। दुनिया में रेबीज से होने वाली मौतों में से 36 फीसदी मौत अकेले भारत में होती है।

सुप्रीम कोर्ट ने रेबीज से मौत में इजाफा पर चिंता जताई

देश के सुप्रीम कोर्ट ने लगातर डॉग बाइट्स और उसके चलते रेबीज से हो रही मौतों पर संज्ञान लेते हुए कहा कि यह बेहद चिंताजनक और डराने वाले हालात हैं। दरअसल इसी महीने राजधानी दिल्ली में एक छह साल की बच्ची छवि शर्मा की मौत कुत्ते के काटने से हो गई। उसे कुत्ते ने 30 जून 2025 को काट खाया। इसके बाद उसका इलाज करवाया गया लेकिन उसकी मौत 26 जुलाई 2025 को हो गई। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश जेबी पारदीवाला और न्यायाधीश आर. महादेव ने चिंता जताई। दोनों जजों ने अंग्रेजी दैनिक अखबार की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि इस रिपोर्ट के तथ्य बेहद परेशान करने वाले और डराने वाले हैं। उन्होंने उक्त रिपोर्ट को भारत के मुख्य न्यायाधीश के सामने पेश करने को कहा।