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हार्दिक पटेल पर AAP की नजर, कांग्रेस से नाराजी के बीच दिया पार्टी में आने का न्योता

हार्दिक पटेल के बयान के बाद गुजरात की सियासत एक बार फिर गर्मा गई है। दरअसल हार्दिक पटेल ने अपनी ही पार्टी कांग्रेस को लेकर पिछले दिनों बड़ा बयान दे दिया था। इससे अटकलें लगाई जाने लगीं कि हार्दिक कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व से नाराज है। हार्दिक की इसी नाराजगी का फायदा उठाने की कोशिश में अब आम आदमी पार्टी जुट गई है।

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Aam Aadmi Party Offers To Hardik Patel to Join AAP If He Is Not liking Congress In Gujarat

Aam Aadmi Party Offers To Hardik Patel to Join AAP If He Is Not liking Congress In Gujarat

अपनी ही पार्टी में हाशिए पर रख दिए जाने से नाराज हार्दिक पटले ने गुजरा का सियासी पारा हाई कर दिया है। उन्होंने आरोप लगाया था कि, कांग्रेस में मेरी स्थिति उस नए नवेले दूल्हे जैसी हो गई है, जिसकी नसबंदी करा दी गई हो। हार्दिक पटेल के इस बयान की सोशल मीडिया से लेकर सियासी हलकों तक चर्चा हो रही है। उनके इस बायन से ये अटकलें भी तेज हो गई है कि वे कांग्रेस आलाकमान से नाराज हैं और जल्द ही पार्टी छोड़ सकते हैं। इस बीच एक और बड़ी खबर सामने आ गई। कांग्रेस से नाराजगी के बीच आम आदमी पार्टी ने हार्दिक पटेल को आप में शामिल होने का न्योता दे दिया है।


केजरीवाल की अगुवाई वाली आम आदमी पार्टी के गुजरात प्रदेशाध्यक्ष गोपाल इटालिया ने हार्दिक पटेल को लेकर बड़ा बयान दिया। इटालिया ने शुक्रवार को कहा कि, हार्दिक पटेल की कद्र नहीं हो रही। अब यदि उन्हें कांग्रेस पसंद नहीं है, तो उन्हें हमारे जैसी विचारधारा वाली पार्टी में शामिल हो जाना चाहिए।

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प्रदेश के विकास में भागीदार बनें

यही नहीं इटालियना ने कहा कि, हार्दिक पटेल कांग्रेस में अपना समय बर्बाद कर रहे हैं। इससे तो अच्छा है कि, हमारे साथ आ जाएं और प्रदेश के विकास में अपना योगदान दें। कांग्रेस जैसी पार्टी में उनके जैसे समर्पित लोगों के लिए जगह नहीं होती।


ये बोले थे हार्दिक पटेल

बता दें कि हार्दिक पटेल ने कांग्रेस पर अपनी अनदेखी का आरोप लगाते हुए कहा था कि, "मुझे पीसीसी की किसी भी मीटिंग में बुलाया नहीं जाता है, कोई भी फैसला लेने से पहले वे मुझसे कोई सलाह मशविरा नहीं किया जाता है, तो इस पोस्ट का क्या मतलब है?"

दरअसल सोनिया गांधी के निर्देश पर हार्दिक को गुजरात में कांग्रेस का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था। लेकिन अब तक उनकी सक्रीयता दिखाई नहीं दी। अब इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होना है। ऐसे में सिद्धू की तरह कहीं हार्दिक कांग्रेस के लिए मुश्किल ना खड़ी कर दें।

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