जांच में हुआ खुलासा
बता दें कि मुंबई क्राइम ब्रांच ने एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी को मारने में इस्तेमाल की गई एक पिस्तौल बरामद की थी। इसके बाद
लॉरेंस बिश्नोई गैंग के इस प्लान का खुलासा हुआ। लेकिन पुलिस ने अभी तक पुणे के इस नेता की पहचान उजागर नहीं की है। मुंबई पुलिस के मुताबिक उनसे अपनी जानकारी पुणे पुलिस के साथ शेयर की है। शुक्रवार को गौरव विसाल की गिरफ्तारी के बाद यह खबर आई है, जो बाबा सिद्दीकी हत्याकंड में जुड़ा एक संदिग्ध शूटर है। जांच में पता चला है कि गौरव गैंग के प्लान बी का हिस्सा था, जो सिद्दीकी पर हमला फेल होने पर अंजाम दिया जाना था। गौरव विलास झारखंड (Jharkhand) में फायरिंग की प्रैक्टिस करने गया था। गौरव विलास ने पूछताछ में खुलासा किया है प्लान ए के फेल होने की स्थिति में बैकअप के लिए प्लान बी तैयार किया गया था। पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि मामले में आरोपियों ने रेकी की थी या नहीं।
झारखंड में की प्रैक्टिस
हत्या के मास्टरमाइंड शुभम लोनकर ने मोहोल और गौरव विलास दोनों को जरूरी हथियारों के साथ झारखंड में प्रैक्टिस के लिए भेजा था। मुंबई क्राइम ब्रांच के मुताबिक झारखंड में दोनों ने एक दिन फायरिंग का अभ्यास किया था और वापस पुणे लौट आए। इसके बाद वे शुभम लोनकर के संपर्क में आए। मुंबई क्राइम ब्रांच के अधिकारी झारखंड में उस स्थान का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं जहां पर अभ्यास किया गया था। फिलहाल इस मामले में जांच जारी है।