Ahmedabad Plane Crash: अहमदाबाद में मेघानी नगर क्षेत्र में गुरुवार को एयर इंडिया का एक विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह विमान अहमदाबाद से लंदन (गैटविक) जा रहा था। फिलहाल रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है। इस हादसे को लेकर बीजेपी नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और नागरिक उड्डयन मंत्री नायडू से इस्तीफे की मांग की है। इस दौरान उन्होंने 1950 के दशक में रेल हादसे के बाद लाल बहादुर शास्त्री द्वारा अपने पद से इस्तीफा देने का भी उदाहरण दिया।
बीजेपी नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया है। उन्होंने पोस्ट करते हुए लिखा- 1950 के दशक में जब रेल पटरी से उतर गई थी, तब लाल बहादुर शास्त्री ने इस्तीफा दे दिया था। उसी नैतिकता के आधार पर मैं प्रधानमंत्री मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और नागरिक उड्डयन मंत्री नायडू से इस्तीफा देने की मांग करता हूं ताकि स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच हो सके। मोदी और उनके साथी अब तक जो कुछ भी कर रहे हैं, वह सिर्फ दिखावा है, जिसे रोकना होगा।
बता दें कि एयर इंडिया का यह विमान लंदन जा रहा था और इसमें 242 यात्री सवार थे, जिनमें दो पायलट और 10 केबिन क्रू शामिल थे। जानकारी के मुताबिक एयर इंडिया का विमान अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे की जानकारी मिलते ही फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां मौके पर पहुंची। साथ ही बचाव दल की टीमों को भी घटनास्थल पर रवाना किया गया।
वहीं हादसे की सूचना मिलने के बाद केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू अहमदाबाद के लिए रवाना हो गए हैं। वहीं उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए हादसे पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने एक्स पर लिखा- अहमदाबाद में हुए विमान हादसे की खबर से स्तब्ध और दुखी हूं। हम हाई अलर्ट पर हैं। मैं खुद स्थिति पर नजर रख रहा हूं।
उन्होंने आगे लिखा कि सभी विमानन और आपातकालीन प्रतिक्रिया एजेंसियों को त्वरित और समन्वित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। बचाव दलों को तैनात कर दिया गया है और घटनास्थल पर चिकित्सा व राहत सहायता जल्द से जल्द पहुंचाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। मेरी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं सभी यात्रियों और उनके परिवारों के साथ हैं।
बता दें कि आंध्र प्रदेश के महबूबनगर में अगस्त 1956 में एक बड़ी रेल दुर्घटना हुई। इस हादसे में करीब 112 लोगों की मौत हो गई थी। दरअसल, इस हादसे की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए तत्कालीन रेल मंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने अपनी इस्तीफा तत्कालीन पीएम जवाहरलाल नेहरू को सौंप दिया था, लेकिन पंडित जवाहरलाल नेहरू ने शास्त्री को अपना इस्तीफा वापस लेने के लिए मना लिया।
वहीं इस घटना के तीन महीने बाद अरियालूर में रेल दुर्घटना हुई। इस हादसे में 114 लोगों की मौत हुई थी। शास्त्री ने फिर इस्तीफा दे दिया।
Updated on:
12 Jun 2025 04:09 pm
Published on:
12 Jun 2025 03:19 pm