
वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल हुए ओवैसी
Waqf Bill Protrst: वक्फ संशोधन विधेयक के खिलाफ सोमवार को ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बॉर्ड (AIMPLB) ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना प्रदर्शन किया। AIMPLB ने सरकार से इस बिल को वापस लेने की मांग की है। प्रदर्शन को कांग्रेस, टीएमसी, आरजेडी, जेएमएम, एनसीपी, एसपी, एआइएमआईएम, डीएमके, एसएडी, शिवसेना (यूबीटी) और आईयूएमएल ने भी समर्थन दिया।
प्रदर्शन के दौरान कई मुस्लिम नेताओं ने अपने संबोधन में आरोप लगाया कि कानून में बदलाव वक्फ संपत्तियों पर कब्जा करने का षड्यंत्र है। प्रदर्शन में शामिल AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने आशंका जताई कि विधेयक पास हुआ तो मस्जिद-मजार छीनने का खतरा हो जाएगा।
AIMIM नेता ओवैसी ने कहा कि एनडीए में शामिल चंद्रबाबू नायडू, नीतीश कुमार और चिराग पासवान को इस मामले में मोदी सरकार का साथ न दें। मदनी ने कहा कि ये सिर्फ मुस्लिमों का मामला नहीं है, बल्कि मुल्क के दस्तूर का मामला है। बहुसंख्यक राज्य बनाने की कोशिश हो रही है। हमें कुर्बानी के लिए तैयार रहना चाहिए।
AIMPLB द्वारा वक्फ संशोधन विधेयक 2024 के खिलाफ किए विरोध प्रदर्शन को लेकर बीजेपी सांसद जगदंबिका पाल ने कहा ये सिर्फ राजनीतिक विरोध है। अभी बिल आया भी नहीं है, हमने 428 पन्नों की अपनी रिपोर्ट दी है, सरकार अभी उस आधार पर संशोधित बिल लाएगी। उसके बाद उन्हें बात करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि बिल आया नहीं है, कानून बना नहीं है, फिर क्यों ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड हो या जमीयत उलेमा-ए-हिंद हो या AIMIM हो या विपक्षी दल हों, उन्हें बुलाया जा रहा है। लोगों को सिर्फ गुमराह किया जा रहा है, लोगों को भ्रमित किया जा रहा है। कहीं भी वक्फ की जमीन नहीं बेची जा रही है।
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के विरोध प्रदर्शन पर बीजेपी सासंद दिनेश शर्मा ने कहा कि ये बेबुनियाद लोग हैं। इन्हें न तो जनता का समर्थन हासिल है और न ही मुस्लिम समुदाय का। मुस्लिम समुदाय जानता है कि पीएम मोदी गरीबों के लिए काम कर रहे हैं। अगर वक्फ बोर्ड संशोधन होता है तो इसका सबसे ज्यादा फायदा पसमांदा मुसलमानों, गरीब और पिछड़े वर्ग के मुसलमानों को होगा।
कांग्रेस सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा सरकार को समझना होगा कि बहुत विरोध है, अगर संगठन लोकतांत्रिक तरीके से उस तानाशाही के खिलाफ विरोध कर रहे हैं जिसे सरकार थोपने की कोशिश कर रही है तो यह अच्छी बात है। उन्होंने सवाल करते हुए पूछा कि क्या आप वक्फ की जमीनों को लूट कर अपने उद्योगपति दोस्तों को देना चाहते हैं? जब आप JPC सदस्यों की राय नहीं सुनने वाले थे तो आपने JPC क्यों बनाई, यह सरकार तानाशाही पर आमादा है।
टीएमसी सांसद सौगत रॉय ने कहा ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड क्या करते हैं, यह उनका सिद्धांत है। JPC ने वक्फ बिल पर रिपोर्ट जमा की है। इस पर संसद में चर्चा होगी और हम इस पर विचार करेंगे। वहीं सपा नेता राजीव राय ने कहा कि लोकतंत्र में उनका अधिकार है। सबको अधिकार है कि जो बाते मन की ना हो और अन्याय हो तो लोकतांत्रिक तरीके से इसका विरोध करें। सरकार की भी जिम्मेदारी है कि वह उनकी बातों को खुले मन और खुले दिमाग से सुने।
Updated on:
18 Mar 2025 07:47 am
Published on:
17 Mar 2025 12:43 pm
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