
अहमदाबाद प्लेन क्रैश (Photo-ANI)
Air India crash: एयर इंडिया फ्लाइट AI-171 के क्रैश के एक महीने बाद एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) की प्रारंभिक रिपोर्ट कुछ ही दिनों में सार्वजनिक होने जा रही है। यह रिपोर्ट हादसे के 30 सेकंड बाद थ्रस्ट खोने के कारणों पर पहला आधिकारिक सुराग दे सकती है। एयर इंडिया का लंदन-बाउंड फ्लाइट AI-171, जो कि एक बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर था, अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद मेडिकल हॉस्टल कॉम्प्लेक्स में क्रैश हो गया था। इस हादसे में सिर्फ एक यात्री को छोड़कर सभी की मौत हो गई थी।
हादसे की जांच DG AAIB के नेतृत्व में हो रही है। इसमें एविएशन एक्सपर्ट्स, एविएशन मेडिसिन स्पेशलिस्ट, ATC अधिकारी और नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड (NTSB) के प्रतिनिधि शामिल हैं। यह पहली बार है जब भारत में किसी क्रैश हुए विमान का ब्लैक बॉक्स जांचा जा रहा है और इसमें विदेशी विशेषज्ञ भी शामिल हैं।
AAIB अधिकारियों ने संसदीय पैनल को जानकारी दी कि हादसे के 30 दिन के भीतर प्रारंभिक रिपोर्ट सार्वजनिक की जाएगी। नागरिक उड्डयन मंत्री के राममोहन नायडू ने भी शुक्रवार को कहा कि रिपोर्ट "बहुत जल्द" आ जाएगी। हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि रिपोर्ट में कितनी जानकारी सार्वजनिक होगी।
जांचकर्ताओं ने अब तक हादसे को लेकर बेहद सीमित जानकारियां साझा की हैं। प्रारंभिक रिपोर्ट के भी बेहद मूल और तथ्यात्मक होने की उम्मीद है। जांच अभी जारी है और विस्तृत कारण बताने में समय लग सकता है।
क्रैश के बाद कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर और फ्लाइट डाटा रिकॉर्डर को ब्लैक बॉक्स से सुरक्षित निकाल लिया गया था। इनकी सामग्री को निकाला गया है और इसकी जांच चल रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पायलट ने क्रैश से पहले एक ‘मेडे’ अलर्ट जारी किया था।
ब्लूमबर्ग ने सूत्रों के हवाले से बताया कि जांच में कॉकपिट में सेंटर कंसोल पर लगे फ्यूल कंट्रोल स्विच की गतिविधियों की भी जांच की जा रही है। यह स्पष्ट नहीं है कि पायलट्स ने इन स्विच को जानबूझकर या गलती से टॉगल किया था या नहीं। अब तक की जांच में ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है जो यह संकेत दे कि हादसा बोइंग एयरक्राफ्ट या GE इंजनों की डिजाइन या मैकेनिकल समस्या के कारण हुआ।
हादसे के कई वीडियो सामने आए हैं, जिनमें एयर इंडिया फ्लाइट में Ram Air Turbine (RAT) के डिप्लॉय होने की तस्वीरें दिखी हैं। RAT का बाहर आना इंजन फेल होने का संकेत माना जा रहा है, जिससे अंदेशा लगाया गया कि फ्लाइट में डुअल इंजन फेलियर हुआ।
विशेषज्ञों का कहना है कि टेकऑफ के कुछ सेकंड बाद इतनी कम ऊंचाई और स्पीड में इंजन को रीस्टार्ट करना संभव नहीं था। यही वजह है कि विमान ने 30 सेकंड बाद thrust खो दिया और कुछ ही सेकंड में हादसे का शिकार हो गया।
AAIB की प्रारंभिक रिपोर्ट सार्वजनिक होते ही हादसे के कारणों पर और स्पष्टता आ सकती है। रिपोर्ट आने के बाद तकनीकी विशेषज्ञ और एविएशन विशेषज्ञ इसकी गहराई से समीक्षा कर हादसे की सटीक वजहों का विश्लेषण करेंगे।
Updated on:
12 Jul 2025 07:07 am
Published on:
11 Jul 2025 09:57 pm
बड़ी खबरें
View Allबिहार चुनाव
राष्ट्रीय
ट्रेंडिंग
