5 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

आतंकवादी गतिविधियों में शामिल संस्थाओं को सहायता देने से बचें भारत-मध्य एशियाई देश : अजीत डोभाल

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों, सुरक्षा परिषदों के सचिवों की पहली भारत-मध्य एशिया बैठक दिल्ली में हो रही है। भारत इस बैठक का अगुवा है। इस बैठक में NSA अजीत डोभाल ने कहाकि, मध्य एशिया के साथ कनेक्टिविटी भारत के लिए एक प्रमुख प्राथमिकता है। उन्होंने आतंकवाद को लेकर अपने साथी देशों को सावधान किया।

2 min read
Google source verification
ajit_doval.jpg

आतंकवादी गतिविधियों में शामिल संस्थाओं को सहायता देने से बचें भारत-मध्य एशिया देश : अजीत डोभाल

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों, सुरक्षा परिषदों के सचिवों की पहली भारत-मध्य एशिया बैठक में NSA अजीत डोभाल ने कहाकि, मध्य एशिया के साथ कनेक्टिविटी भारत के लिए एक प्रमुख प्राथमिकता है। हम इस क्षेत्र में सहयोग, निवेश और संपर्क निर्माण के लिए तैयार हैं। कनेक्टिविटी का विस्तार करते समय यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि पहल सलाहकारी, पारदर्शी और सहभागी हों। इसके साथ अजीत डोभाल ने कहाकि, संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्यों को आतंकवादी गतिविधियों में शामिल संस्थाओं को सहायता प्रदान करने से बचना चाहिए। तभी आंतकवादी घटनाएं कम हो सकेंगी।

आतंकवाद के वित्तपोषण का मुकाबला हमारी प्राथमिकता

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों, सुरक्षा परिषदों के सचिवों की पहली भारत-मध्य एशिया बैठक में NSA अजीत डोभाल ने कहाकि, अफगानिस्तान सहित क्षेत्र में आतंकवादी नेटवर्क का बना रहना भी गहरी चिंता का विषय है। वित्तपोषण आतंकवाद का जीवन है और आतंकवाद के वित्तपोषण का मुकाबला करना हम सभी के लिए प्राथमिकता होनी चाहिए।

अफगानिस्तान सबके लिए महत्वपूर्ण मुद्दा

अजीत डोभाल ने आगे कहाकि, अफगानिस्तान हम सबके लिए एक महत्वपूर्ण मुद्दा है। तत्काल प्राथमिकताओं और आगे के रास्ते के संबंध में भारत की चिंताएं और इस जुड़े उद्देश्य हम सभी के आगे हैं।

समृद्ध मध्य एशिया हमारा साझा हित

NSA अजीत डोभाल ने कहाकि, हम महान मंथन और अंतरराष्ट्रीय संबंधों और भविष्य के बारे में अनिश्चितता के समय मिले हैं। एक शांतिपूर्ण, सुरक्षित और समृद्ध मध्य एशिया हमारे साझा हित में है।

मध्य एशियाई देशों के NSA बैठक की पहली बार कर रहा मेजबानी

नवंबर 2021 में भारत ने अफगानिस्तान की स्थिति पर एक क्षेत्रीय वार्ता की मेजबानी की थी। जिसमें रूस, ईरान, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उज्बेकिस्तान के एनएसए ने हिस्सा लिया था। पर यह पहली बार है जब, भारत मध्य एशियाई देशों के शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों की मेजबानी कर रहा है।

यह भी पढ़े - लालू यादव के बेहद खास अखिलेश प्रसाद सिंह को बिहार कांग्रेस की मिली कमान

यह भी पढ़े - पीएम मोदी से अलग से नहीं मिलेंगी ममता बनर्जी, अजमेर शरीफ और पुष्कर जाएंगी