भारतीय शेयर बाजार अभी रिकॉर्ड ऊंचाई पर है, इसके बावजूद यह तेजी पूरे बाजार में नहीं आई है। बीएसई ऑल-कैप इंडेक्स के 1224 कंपनियों में 11 प्रतिशत यानी 140 कंपनियां ही अपने ऑल-टाइम हाई के करीब है। 39 प्रतिशत लार्जकैप यानी बड़ी कंपनियां, 24 प्रतिशत मिडकैप और केवल 7 प्रतिशत स्मॉलकैप कंपनियां अपने लाइफ-टाइम हाई पर हैं। बीएसई ऑल-कैप इंडेक्स की 55 प्रतिशत यानी 662 कंपनियां अपने ऑल-टाइम हाई के 20 प्रतिशत तक नीचे हैं।
ये फैक्टर तय करेंगे बाजार की चाल
तिमाही नतीजे: भारतीय कंपनियों के मार्च तिमाही के नतीजे अपने अंतिम चरण में है। बची हुई सभी कंपनियां 31 मई तक नतीजे जारी कर देंगी। इस हफ्ते एलआईसी, टाटा स्टील, आईआरसीटीसी, एमएमडीसी,नाल्को जैसी कंपनियों के नतीजे आएंगे। जीडीपी आंकड़े: अमरीका में मार्च तिमाही के जीडीपी के आंकड़े गुरुवार 30 मई को जारी होंगे, वहीं भारत में मार्च तिमाही के विकास दर के आंकड़े 31 मई को आएंगे। विदेशी निवेशक: मई में विदेशी निवेशकों ने अब तक 22,000 करोड़ रुपए से अधिक के शेयर बेचे हैं, लेकिन पिछले 2 सत्र में विदेशी निवेशकों की बिकवाली थमी है। इसके रुख पर भी बाजार की दिशा निर्भर करेगी।
अन्य कारक: इस सप्ताह बाजार की निगाह आम चुनाव, वैश्विक स्तर पर ब्रेंट कच्चे तेल के दाम और डॉलर के मुकाबले रुपए के उतार-चढ़ाव पर भी रहेगी। बीएसई ऑलकैप के इतने स्टॉक ऑल-टाइम हाई से नीचे
स्तर लार्जकैप मिडकैप स्मॉलकैप
रिकॉर्ड ऊंचाई के करीब 38 30 72
5-20 प्रतिशत नीचे 35 44 343
20-50 प्रतिशत नीचे 18 42 388
50-75 प्रतिशत नीचे 5 7 155
75 प्रतिशत से अधिक नीचे 2 4 41
बीएसई ऑलकैप इंडेक्स के 1224 स्टॉक्स का विश्लेषण) कितने शेयर रिकॉर्ड उंचाई पर
लार्जकैप 39 प्रतिशत
मिडकैप 24 प्रतिशत
स्मॉलकैप 7 प्रतिशत इस हफ्ते किस दायरे में रहेगा बाजार
इंडेक्स सपोर्ट रेसिस्टेंस
सेंसेक्स 74,900 77,800
निफ्टी 50 22,800 23,600
निफ्टी बैंक 49,000 50,300
(सपोर्ट से नीचे आने पर और गिरावट की आशंका, रेसिस्टेंस के पार जाने पर नई रैली की हो सकती है शुरुआत)