शिक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने के लिए
सीबीएसई बोर्ड भारतीय शिक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने के लिए नई शिक्षा नीति से जोड़ा जा रहा है। बोर्ड ने 11वीं और 12वीं की इतिहास की किताबों से कुछ अंश हटाया है। इसमें मुगल साम्राज्य, इस्लामी भूमि, औद्योगिक क्रांति जैसे कई अध्याय शामिल हैं। इनमें इंग्लैंड में औद्योगिक क्रांति के कारण और प्रभाव, साम्राज्यवाद का प्रचार कैसे किया गया, इत्यादि शामिल थे। ऐसी जानकारी छात्रों को दी गई है। यह वर्तमान में निर्माणाधीन है। पाठ्यक्रम प्रभावी हैं और भारतीय इतिहास को दर्शाते हैं।
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फैज की नज्में भी हटाई गईं
सीबीएसई ने कोर्स में से ‘लोकतंत्र और विविधता’ पर चैप्टर भी हटा दिया है। धर्म, सांप्रदायिकता और राजनीति – सांप्रदायिकता, धर्मनिरपेक्ष राज्य’ कॉलम में फैज अहमद फैज की उर्दू में दो कविताओं के अनुवादित अंशों को भी बाहर कर दिया गया है।
जानिए कौन सी कक्षा में क्या क्या हुआ बदलाव
— 10वीं कक्षा में पाठ्यक्रम से खाद्य सुरक्षा अध्याय से कृषि पर वैश्वीकरण के प्रभाव वाले चैप्टर को हटाया है।
— 11वीं कक्षा के इतिहास की किताब से इस्लाम की स्थापना, उसके उयर और विस्तार को हटा दिया।
— 12वीं की राजनीति शास्त्र से शीत युद्ध युग और गुटनिरपेश आंदोलन को बदल दिया।
— 12वीं कक्षा के बुक में अब मुगल साम्राज्य के शासन प्रशासन वाले पाठ को हटा दिया।