31 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Operation Sindoor पर चर्चा को तैयार हुई केंद्र सरकार, जानें राज्यसभा और लोकसभा में कब होगी बहस

Monsoon Session : विपक्षी दलों ने ऑपरेशन सिंदूर पर 24 जुलाई को चर्चा कराने की मांग की थी। लेकिन पीएम मोदी के विदेश दौरे का हवाला देते हुए सरकार इस मांग पर तैयार नहीं हुई।

2 min read
Google source verification

भारत

image

Ashib Khan

Jul 23, 2025

संसद में ऑपरेशन सिंदुर पर होगी चर्चा (Photo-IANS)

Operation Sindoor: संसद का मानसून सत्र चल रहा है। सत्र के तीन दिन हंगामे के भेंट चढ़ चुके हैं। विपक्ष ऑपरेशन सिंदूर और एसआईआर पर चर्चा की मांग को लेकर आक्रमक है। इसी बीच केंद्र सरकार अब ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा को तैयार हो गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 28 जुलाई को लोकसभा में और 29 जुलाई को राज्यसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा होगी। दोनों सदनों में 16-16 घंटे बहस होगी। बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की मीटिंग में विपक्ष ने अन्य मुद्दों पर किसी नियम के तहत शॉर्ट ड्यूरेशन डिस्कशन की मांग की।

पीएम मोदी, अमित शाह बोल सकते है

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस दिन पीएम नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह भी बोल सकते है। वहीं विपक्ष ने ऑपरेशन सिंदूर पर पीएम नरेंद्र मोदी से सदन और राष्ट्र को संबोधित करने की मांग भी की है। 

विपक्ष ने की ये मांग

विपक्षी दलों ने ऑपरेशन सिंदूर पर 24 जुलाई को चर्चा कराने की मांग की थी। लेकिन पीएम मोदी के विदेश दौरे का हवाला देते हुए सरकार इस मांग पर तैयार नहीं हुई। इसके अलावा विपक्षी दलों ने मांग कि बीएसी की बैठक हर हफ्ते होनी चाहिए। 

ट्रंप के दावों पर कांग्रेस ने साधा निशाना

बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोलान्ड ट्रंप ने एक बार फिर भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर का श्रेय लिया है। ट्रंप द्वारा एक बार श्रेय लेने पर कांग्रेस ने पीएम मोदी पर निशाना साधा है। कांग्रेस ने कटाक्ष करते हुए कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति अपने दावा 25 बार दोहरा चुके हैं, जबकि पीएम मोदी पूरी तरह से चुप है। 

राहुल गांधी ने दी प्रतिक्रिया

ट्रंप द्वारा एक बार फिर श्रेय लेने पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस सांसद ने कहा कि पीएम मोदी ट्रंप के संघर्ष विराम के दावों पर एक भी प्रतिक्रिया नहीं दे पाए हैं। उन्होंने आगे कहा कि जो लोग खुद को 'देशभक्त' कहते हैं, वे भाग गए हैं। प्रधानमंत्री एक भी बयान नहीं दे पा रहे हैं। ट्रंप 25 बार दावा कर चुके हैं कि उन्होंने संघर्ष विराम की घोषणा की है। वह कौन हैं? यह उनका काम नहीं है। हालांकि, प्रधानमंत्री ने एक बार भी जवाब नहीं दिया। यह हकीकत है। इससे मुंह नहीं मोड़ा जा सकता।