प्राप्त जानकारी के अनुसार ये कंपनियां अपने ऐप में इन्वेस्टमेंट करने का भी ऑप्सन दे रखा था, जिसमें युवाओं को निवेश करने के लिए दबाव बनाया जाता था। इसके साथ ही और लोगों को इसके माध्यम से निवेश कराने के लिए कहा जाता था।
ED के अनुसार ये कंपनिया भारत में ठगी करके इन पैसों को क्रिप्टोकुरेंसी में कन्वर्ट करते थे, जिसके बाद इसे क्रिप्टो एक्सचेंज के माध्यम से पैसों को चीन भेजा जाता था। ED ने बताया कि इन कंपनियों के पास से लगभग 5.85 करोड़ रुपए जब्त किए गए हैं। इसके साथ ही इस मामलें में 92 लोगों को आरोपी बनाया गया है, जिसमें 6 चीन के और कुछ ताइवान के नागरिक भी शामिल हैं। इस ठगी को चीन से नियंत्रित किया जा रहा था।