13 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

पाकिस्तानी एजेंट के संपर्क में था रिटायर्ड IAF अधिकारी, मोबाइल-लैपटॉप में मिले सबूत

असम पुलिस का दावा है कि कुलेंद्र शर्मा लंबे समय से पाकिस्तानी जासूसी एजेंसी से जुड़े लोगों के संपर्क में थे और उन्हें संवेदनशील जानकारियां उपलब्ध करा रहे थे।

2 min read
Google source verification
IAF officer

IAF के पूर्व अफसर पर जासूसी का आरोप

असम के सोनितपुर जिले में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां भारतीय वायुसेना से रिटायर्ड जूनियर वारंट ऑफिसर कुलेंद्र शर्मा को पाकिस्तानी जासूसी नेटवर्क से जुड़े होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने शुक्रवार रात तेजपुर के पटिया इलाके से उन्हें हिरासत में लिया।

कौन हैं कुलेंद्र शर्मा?

कुलेंद्र शर्मा तेजपुर के निवासी हैं और भारतीय वायुसेना में जूनियर वारंट ऑफिसर के पद पर तैनात रह चुके हैं। उनकी पोस्टिंग तेजपुर एयरफोर्स स्टेशन में थी, जहां सुखोई-30 लड़ाकू विमानों का स्क्वाड्रन तैनात है। वर्ष 2002 में वे सेवानिवृत्त हुए थे। रिटायरमेंट के बाद उन्होंने कुछ समय तक तेजपुर यूनिवर्सिटी में भी काम किया।

पाकिस्तान से जुड़े गंभीर आरोप

असम पुलिस का दावा है कि कुलेंद्र शर्मा लंबे समय से पाकिस्तानी जासूसी एजेंसी से जुड़े लोगों के संपर्क में थे और उन्हें संवेदनशील जानकारियां उपलब्ध करा रहे थे। पुलिस ने उनके मोबाइल फोन और लैपटॉप से संदिग्ध सामग्री बरामद की है। आशंका जताई जा रही है कि कुछ महत्वपूर्ण डेटा डिलीट भी किया गया है।

गिरफ्तारी और पुलिस की कार्रवाई

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, कुलेंद्र शर्मा काफी समय से निगरानी में थे। प्रारंभिक जांच और मिले सबूतों के आधार पर शुक्रवार रात उन्हें गिरफ्तार किया गया। सोनितपुर के डिप्टी एसपी हरिचरण भूमिज ने बताया कि पाकिस्तान से जुड़े होने का शक मजबूत है, हालांकि जांच पूरी होने के बाद ही इसकी आधिकारिक पुष्टि की जाएगी।

केस दर्ज, जांच जारी

पुलिस ने कुलेंद्र शर्मा के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। फिलहाल उनके इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से मिले डेटा की गहन जांच की जा रही है। जांच में पाकिस्तानी हैंडलर्स से संपर्क के तरीकों और लीक हुई जानकारियों की प्रकृति की भी पड़ताल की जा रही है।

यह मामला राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से बेहद गंभीर माना जा रहा है, खासकर तेजपुर जैसे संवेदनशील एयरबेस के पास से जुड़ा होने के कारण। जांच एजेंसियां अब इस पूरे नेटवर्क की गहराई से जांच कर रही हैं।