
Ground Report : मुंबई महानगर की छह सीटों में से मुंबई नॉर्थ सीट भाजपा की ओर से केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के मैदान में उतरने से सुर्खियों में है। मुंबई के सायन इलाके के निवासी सीए गोयल अपना पहला लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। इससे पहले वे राज्यसभा से दो बार केन्द्र सरकार में मंत्री बने हैं। मुंबई और भाजपा में उनका बड़ा नाम है। पिछले दो चुनाव से भाजपा की लगातार जीत वाली यह सीट महाविकास अघाड़ी गठबंधन में कांग्रेस को मिली है और कांग्रेस ने यहां से अपने स्थानीय नेता भूषण पाटिल को उतारा है। यहां से 2014 और 2019 का चुनाव भाजपा के गोपाल शेट्टी ने 4-4 लाख से ज्यादा वोटों के अंतर से जीता। शेट्टी हालांकि टिकट न मिलने से हैट्रिक बनाने की कोशिश नहीं कर पाए, लेकिन पीयूष गोयल की उम्मीदवारी से भाजपा इस सीट पर लगातार तीसरी बार जीतने की उम्मीद कर रही है।
गोपाल शेट्टी का टिकट उनके विवादित मामलों को लेकर कटा बताते हैं और यह भी दावा किया जा रहा है कि वे नाराज नहीं हैं और पूरी तरह से गोयल के साथ हैं। भाजपा ने गोयल का नाम काफी पहले घोषित कर दिया था, लेकिन कांग्रेस प्रत्याशी का नाम तय करने को लेकर अंत तक असमंजस रहा। राजस्थानी और गुजराती प्रवासी बहुल इस इलाके में उत्तर मुंबई जिला कांग्रेस के अध्यक्ष कालूभाई पुदलिया, जो गुजराती हैं, का नाम भी चर्चा में आया। अंत में फैसला स्थानीय और मराठी नेता और मुंबई कांग्रेस के उपाध्यक्ष भूषण पाटिल के पक्ष में गया। टिकट कटने से भाजपा में गोपाल शेट्टी और कांग्रेस में कालूभाई की नाराजगी की बात को हालांकि भाजपा और कांग्रेस के नेता गलत बता रहे हैं, लेकिन शेट्टी और पुदलिया के समर्थक कहते हैं कि फर्क तो पड़ेगा। शंकर लेन स्थित कांग्रेस ऑफिस में मिले पुराने कांग्रेसी श्याम भाई ने तो यहां तक कह दिया कि गोयल को हराने का अवसर हमने खो दिया। शेट्टी के समर्थकों का कहना है कि उनको चुनाव के बाद बड़ा पद देने का वादा किया गया है।
मुंबई सिटी का गेटवे कही जाने वाली इस लोकसभा सीट में बोरीवली, दहीसर, मगाथेन, कांदिवली ईस्ट, चारकोप और मलाड वेस्ट 6 विधानसभा सीटें हैं। वर्तमान में इनमें से 4 विधायक भाजपा के, शिवसेना शिंदे और कांग्रेस का 1-1 विधायक है। सघन आबादी वाले इस इलाके में साढ़े पांच लाख मराठियों के बाद सबसे बड़ी संख्या में गुजराती और राजस्थानी (लगभग 5 लाख) मतदाता हैं। उत्तर भारतीय साढ़े तीन लाख, मुस्लिम डेढ़ लाख और दक्षिण भारतीय सवा लाख भी अहम भूमिका में हैं। गोयल का बड़ा नाम होने के साथ क्षेत्र में कुल 6 में से 4 विधायकों के मद्देनजर भाजपा का पलड़ा भारी दिखाई पड़ता है। पीयूष गोयल की उम्मीदवारी से भाजपा जीत को लेकर सौ टका आश्वस्त है, वहीं कांग्रेस के नए चेहरे भूषण पाटिल के समर्थकों को इस बार शिवसेना उद्धव के सपोर्ट के सहारे नैया पार लगने की उम्मीद है। पाटिल के चुनाव कार्यालय में मिले शिवसेना उद्धव के नेता सुरेश शिंदे ने कहा कि हमारे कार्यकर्ता पूरी ताकत से पाटिल के साथ हैं। उत्तर मुंबई की भाजपा की प्रचार प्रमुख नीला सोनी राठौड़ से कार्यालय में मुलाकात हुई। सोनी का दावा इस बार रेकॉर्ड तोड़ अंतर से जीत होगी। गोयल पूरे इलाके को दो बार कवर कर चुके हैं। गोयल ने यहां बन रहे 400 बेड के सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल को इलाके की जरूरत को देखते हुए 1000 बेड का करने की घोषणा की है। कांग्रेस प्रत्याशी भूषण पाटिल के मुख्य चुनाव कार्यालय में मिले मुंबई कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष मधु चौहान ने कहा कि गोयल इस इलाके के नहीं सायन के हैं और अब ज्यादातर समय में वे दिल्ली में रहते हैं। भूषण उत्तर मुंबई के भूमि पुत्र और लोगों के बीच काम करने वाले नेता हैं। उनको गरीबों की समस्याओं का पता है। मुंबई कांग्रेस के उपाध्यक्ष संदेश कोंडविलकर ने कहा गोयल तो जीत कर दिल्ली चले जाएंगे फिर वापस इलाके में आएंगे या नहीं, कौन जानता है। भूषण को यहीं जनता के बीच रहना है।
पहले दो चरणों के कम मतदान के बाद आई खबरों को देखते हुए पीएम मोदी ने जिस तरह अपने भाषणों का 'गियर' बदला है, उसका असर मुंबई में भी साफ देखने को मिला। मतदाता भी राम मंदिर, हिंदू- मुस्लिम की बात करने के साथ विपक्ष पर सवाल उठाने लगा है। हाल ही हिंदू-मुस्लिम आबादी को लेकर केंद्र सरकार की रिपोर्ट के आंकड़ों और रिपोर्ट जारी होने की टाइमिंग पर बहस शुरू हो चुकी है। विपक्ष की तरफ से सैम पित्रोदा का बयान, राम मंदिर के शुद्धीकरण संबंधी महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले का बयान भाजपा के लिए 'आइसिंग ऑन द केक' की तरह है। भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से लेकर हर स्तर के नेता ने इन बयानों को हाथों-हाथ लिया है और वे विपक्ष पर जमकर हमला बोल रहे हैं। महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दे इस शोरगुल में खो चुके हैं। विपक्ष की तरफ से भी महाविकास अघाड़ी के नेता मोदी और भाजपा पर आक्रामक हैं। 20 मई तक स्थिति क्या बनेगी, अभी कुछ कहा नहीं जा सकता। हां, गर्मी की छुट्टियों में खासकर प्रवासी मतदातोओं के अपने घर लौटने की वजह से मतदान प्रतिशत को लेकर भाजपा में चिंता बनी हुई है।
शंकरलेन में फल की रेड़ी लगाकर बैठे उत्तर प्रदेश बनारस के रमाशंकर ने कहा बदलाव तो होना चाहिए लेकिन अभी साफ-साफ पता नहीं चल रहा है कि लोगों के मन में क्या है। बरसों पहले राजस्थान के फालना से आकर मुंबई में जनरल स्टोर चला रहे रूपाराम चौधरी ने सवाल के जवाब में सवाल किया, विपक्ष है कहां? इसी वजह से सब मोदी जी के साथ हो गए, मोदी ही भारी पड़ेंगे। कपड़ा व्यवसायी भैरूलाल जैन ने बताया कि रेड़ी-ठेले वालों से दुकानदारों को हो रही समस्या को लेकर गोयल ने हमें समाधान का आश्वासन दिया है। लोकल ट्रेन में सफर कर रहे असलम खान ने कहा पहले से सब कुछ तय तो है वोट देने का कोई मतलब नहीं है। मुंबई में लंबे समय से टैक्सी चलाकर पेट पाल रहे इलाहाबाद निवासी राममिलन यादव बोले किसी नेता का कोई भरोसा नहीं है। जनता का विश्वास नेताओं पर से उठ गया है। उत्तर प्रदेश में भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने से व्यथित यादव बोले करोड़ों रुपए बेरोजगारों से जमा कर लिए और कह दिया कि पेपर लीक हो गया। हालात अच्छे नहीं है।
Published on:
14 May 2024 12:56 pm
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