
Gautam Adani
Work Life Balance: वर्क-लाइफ बैलेंस को लेकर अडानी समूह के चेयरमैन गौतम अडानी (Gautam Adani) ने अपनी राय दी है। उन्होंने कहा कि संतुलन तब महसूस होता है जब कोई व्यक्ति वह काम करता है जो उसे पसंद है। उन्होंने कहा कि जब कोई व्यक्ति यह स्वीकार कर लेता है कि वह नश्वर है तो जीवन सरल हो जाता है। गौतम अडानी की यह प्रतिक्रिया तब आई है जब इंफोसिस के संस्थापक एनआर नारायण मूर्ति (Narayana Murthy) ने कार्य-जीवन संतुलन पर अपने विचार व्यक्त किए थे।
गौतम अडानी ने एक समाचार एजेंसी से बातचीत में कहा कि आपका कार्य जीवन संतुलन मुझ पर नहीं थोपा जाना चाहिए और मेरा कार्य जीवन संतुलन आप पर नहीं थोपा जाना चाहिए। उन्होंने बातचीत में कहा कि मान लिजिए कोई व्यक्ति परिवार के साथ 4 घंटे बिताता है और उसमें आनंद पाता है या कोई अन्य व्यक्ति 8 घंटे बिताता है और उसको आनंद आता है, तो यह उसका संतुलन है। अगर कोई 8 घंटे बिताता है तो यह अलग बात है कि उसकी बीवी भाग जाएगी। उन्होंने कहा कि कार्य जीवन संतुलन का सार व्यक्ति की अपनी और प्रियजनों की खुशी में निहित है।
| देश | घंटे (एक दिन में) |
| भारत | 8-9 Hour |
| फ्रांस | 7 Hour |
| ऑस्ट्रेलिया | 7.30 Hour |
| अमेरिका | 8 Hour |
| ब्रिटेन | 9.30 Hour |
गौतम अडानी ने कहा कि आपका कार्य जीवन तब संतुलित होता है जब आप वह काम करते हैं जो आपको पसंद है। उन्होंने कहा कि हमारे लिए या तो यह परिवार है या काम, हमारे पास इससे बाहर कोई दुनिया नहीं है। हमारे बच्चे भी इसी पर ध्यान देते हैं और इसका ध्यान रखते हैं। कोई भी व्यक्ति यहां स्थायी रूप से नहीं आया है। जब कोई यह समझ जाता है तो जीवन सरल हो जाता है।
बता दें कि इससे पहले इंफोसिस के संस्थापक एनआर नारायणमूर्ति ने वर्क-लाइफ बैलेंस (Work Life Balance) को लेकर प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने कहा था कि मैं सेवानिवृत्त होने तक सप्ताह में 85-90 घंटे काम करता था। उन्होंने कहा था कि हमें अपनी आकांक्षाएं बढ़ी रखनी होंगी क्योंकि 800 मिलियन भारतीयों को मुफ्त राशन मिलता है। इसका अर्थ है कि भारत में 800 मिलियन लोग गरीब हैं। अगर हम कड़ी मेहनत करने की स्थिति में नहीं है तो कौन कड़ी मेहनत करेगा? उन्होंने कहा कि देश और समाज की बेहतरी के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए।
वहीं ओला के सीईओ भाविश अग्रवाल (Bhavish Aggarwal) ने नारायण मूर्ति का समर्थन किया है। उन्होंने एक पॉडकास्ट में बोलते हुए कहा कि जब नारायण मूर्ति ने ऐसा कहा तो मैं सार्वजनिक रूप से इसका समर्थन कर रहा था और इसके बाद मुझे सोशल मीडिया पर ट्रोल भी किया गया। लेकिन मुझे इसकी परवाह नहीं है। मेरा विश्वास है कि भारत को दुनिया में टॉप वन देश बनाना है तो एक पीढी को तपस्या करनी होगी।
Published on:
31 Dec 2024 06:47 pm
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