
Jan Gana Mana Yatra : जन गण मन यात्रा के तहत दो दिन के कोलकाता प्रवास पर पहुंचे पत्रिका समूह के प्रधान संपादक गुलाब कोठारी ने शनिवार को विभिन्न राजनीतिक दलों के कई नेताओं से मुलाकात की। उन्होंने पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव के दौरान बनते—बिगड़ते राजनीतिक समीकरणों, चुनावी तैयारियां, राजनीतिक मुद्दों एवं राजनीतिक दलों की चुनावी संभावनाओं पर चर्चा की। चर्चा में माकपा नीत वाम मोर्चा की शक्ति घटने, कांग्रेस के संगठन कमजोर होने और भाजपा के उत्थान होने के कारण उभर कर सामने आए। राज्य में दिलचस्प मुकाबले के आसार नजर आए।
कांग्रेस नेता व कोलकाता उत्तर से प्रत्याशी प्रोफेसर प्रदीप भट्टाचार्य का मानना है कि प्रदेश में ध्रुवीकरण की राजनीति की वजह से वोटों के समीकरणों में भी बदलाव हुए हैं। उन्होंने राज्य में भाजपा के दूसरी राजनीतिक शक्ति के रूप में उभरने और कांग्रेस और वाममोर्चा की शक्ति घटने के कारणों का भी खुलासा किया।
34 प्रतिशत से भी अधिक मुस्लिम मतदाता
तीन बार सांसद रहे प्रो. भट्टाचार्य का कहना था कि राज्य में 34 प्रतिशत से भी अधिक मुस्लिम मतदाता हैं। इनमें अधिकांश तृणमूल के समर्थन में वोट करते थे। लेकिन उनका दावा है कि इस चुनाव में ज्यादातर बंगाली मुस्लिम कांग्रेस और वाम मोर्चा को वोट देंगे। प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष रहे प्रो. भट्टाचार्य ने कहा कि वाममोर्चा का अभी संगठन है, लेकिन अब उसका वोट बैंक नहीं है। तृणमूल कांग्रेस के शासन में भ्रष्टाचार बढऩे की बात कहते हुए उन्होंने यह भी कहा कि इसी कारण राज्य में भाजपा राजनीतिक शक्ति के रूप में उभरी है।
समाज पीछे छूटा,व्यापार आगे बढ़ा
कोठारी ने अखिल भारतवर्षीय मारवाड़ी सम्मेलन की ओर से उनके सम्मान में आयोजित समारोह में कहा कि विज्ञान के विकास से समाज पीछे छूट गया है और व्यापार आगे बढ़ गया है। विज्ञान के इस दौर में इंसान बने रहना बड़ी चुनौती बन गई है। उन्होंने कहा कि राजस्थानी भाषा की संवैधानिक मान्यता को लेकर सभी संस्थाओं को एकजुटता दिखानी होगी। गुलाब कोठारी को सुनने के लिए आयोजकों ने लाइव प्रसारण की व्यवस्था की थी। जूम पर देशभर से जुड़े लोगों ने उनको सुना।
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Published on:
07 Apr 2024 08:01 am
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