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जोशीमठ में फट रहीं है जमीनें और दीवारें, निकल रहा है पानी, दहशत में जनता, सीएम धामी गंभीर आज करेंगे हाई लेवल मीटिंग

Joshimath in danger जोशीमठ में भू-धंसाव का खतरा लगातार बढ़ रहा है। विशेषज्ञों की टीम के साथ आपदा सचिव ने इलाके का दौरा किया। चमोली डीएम ने एनटीपीसी सहित कई बड़े प्रोजेक्ट पर रोक लगा दी है। भूस्खलन पर जनता ने मशाल जलूस निकाला तो, भाजपा ने 14 सदस्यीय समिति गठित की। उत्तराखंड सीएम धामी इस मामले को लेकर काफी गंभीर है। आज शुक्रवार को समीक्षा बैठक करेंगे।

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जोशीमठ में फट रहीं है जमीनें और दीवारें निकल रहा है पानी, दहशत में जनता, सीएम धामी गंभीर करेंगे आज हाई लेवल मीटिंग

उत्तराखंड का जोशीमठ नवंबर 2022 से अचानक सुर्खियों में आ गया है। चीन सीमा से सटे जोशीमठ में भू-धंसाव हो रहा है। 500 घरों में दरारें पड़ गई हैं। होटल धंस गए हैं। दीवारें फट गई है। जोशीमठ के नागरिक व आने वाले पर्यटक सब दहशत में हैं। काफी जनता अपने घर को छोड़कर दूसरी जगह शिफ्ट हो रही हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए अब राज्य सरकार ने जोशीमठ को भू-धंसाव से बचाने के इंतजाम करने शुरू कर दिए हैं। इसके लिए सिंचाई विभाग को ड्रेनेज प्लान और इसकी डीपीआर बनाने को कहा गया है। पर अब यहां धरती फाड़कर जगह-जगह से पानी निकलने लगा है। इसे रोकने के लिए जिला प्रशासन ने हेलंग बाईपास और एनटीपीसी तपोवन विष्णुगाड़ जल विद्युत परियोजना के निर्माण कार्यो पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। यह रोक अग्रिम आदेशों तक जारी रहेगी। जोशीमठ की घटनाओं पर गंभीर उत्तराखंड सीएम पुष्कर सिंह धामी आज शुक्रवार को हाई लेवल मीटिंग करेंगे।

जोशीमठ में कई महीनों से भूस्खलन हो रही हैं घटनाएं

एजेंसी के अनुसार, जोशीमठ के मारवाड़ी में पिछले कई महीनों से भूस्खलन की घटनाएं हो रही थीं। मंगलवार दोपहर को बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग-58 से लगे जयप्रकाश पावर प्रोजेक्ट की कॉलोनी में बने मकानों की दीवारों के अंदर से और जमीन के अंदर से पानी फूटकर बाहर निकलने लगा। जिससे ये पूरी कॉलोनी खाली करा ली गई है। बुधवार को यहां जलस्तर दोगुना हो गया है। पानी ऐसे निकल रहा है मानो यहां भारी बारिश हुई हो।

पूरे जोशीमठ में मचा हड़कंप

इन सभी घटनाओं से पूरे जोशीमठ में हड़कंप मच गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए उत्तराखंड सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि, वो एक टीम के साथ खुद जाकर जायजा लेंगे। उन्होंने बताया कि, भाजपा की ओर से भी एक टीम वहां भेजी गई है।

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नई दरारें पड़ रही है, जो बहुत खतरनाक हैं - रंजीत कुमार सिन्हा

उत्तराखंड के आपदा प्रबंधन सचिव रंजीत कुमार सिन्हा एवं गढ़वाल आयुक्त सुशील कुमार ने जोशीमठ में आपदा प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण किया। आपदा प्रबंधन सचिव रंजीत कुमार सिन्हा ने बताया कि, अब तक जो दरारें पड़े थे वो और बड़े हो गए हैं और नए दरारें भी पड़े हुए हैं, जमीन से जो कीचड़ के साथ पानी निकल रहा है वो बहुत खतरनाक है। जिनके घर बहुत क्षतिग्रस्त हुए हैं उन्हें वहां से हटा रहें और जो घर कम क्षतिग्रस्त हुए हैं उसे ठीक कर रहे हैं।

उपाय करने के लिए कर रहे हैं कार्रवाई - सुशील कुमार

डिविजनल कमिश्नर, जोशीमठ गढ़वाल डिवीजन डिविजनल कमिश्नर सुशील कुमार ने बताया कि, हम यहां स्थिति का निरीक्षण कर उसका उपाय करने के लिए कार्रवाई कर रहे हैं। कुछ क्षेत्रों में नीचे से पानी आने की वजह से दरारें आई हैं। मकानों और सड़कों पर जो दरारें आई हैं, उनका आकलन किया जा रहा है।

जनता ने विरोध में निकला जुलूस

चमोली के जोशीमठ नगर में हो रहे भारी भूस्खलन के विरोध में बुधवार को स्थानीय लोगों ने मशाल जुलूस निकालकर विरोध प्रदर्शन किया। भाजपा संगठन ने जोशीमठ मे हो रहे भूस्खलन तथा क्षति के आकलन के लिए प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी नेतृत्व में 14 सदस्यीय समिति का गठन किया है।

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सतपाल महाराज ने सीएम से चर्चा की

जोशीमठ शहर में मकानों और होटलों में आ रही दरारों व भू-धसाव ने चिंता बढ़ा दी है। उत्तराखंड के पर्यटन, लोक निर्माण, सिंचाई, पंचायती राज, ग्रामीण निर्माण, जलागम, धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि, इस संदर्भ में मैंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से चर्चा कर एसडीएम और जिलाधिकारी को आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं।